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चौलुक्य चंद्रिका
दंतिवर्मा ( प्रथम)
इंद्रराज (प्रथम) गोविन्दराज
ककराज
इंद्रराज (द्वितीय)
दंतिदुर्ग अब यदि हम ककेके शासन पत्र कथित कर्क प्रथमको दंतिदुर्गके लेख कथित कर्क मान लेवें तो कहना पड़ेगा कि कर्क दंतिदुर्गका सगा चचेरा भतीजा था ! इस प्रकार मान लेनेसे मान्यखेटके राष्ट्रकूटों की वंशावली निम्न प्रकारसे होती है।
दंतिवर्मा (प्रथम) इन्द्रराज (प्रथम) गोविंदराज (प्रथम)
ककराज (प्रथम)
कृष्णराज
इन्द्रराज (द्वितीय) ध्रुवराज दन्तिदुर्ग (द्वितीय) गोविन्दराज (द्वितीय) । कर्कराज (द्वितीय) गोविन्दराज
ध्रुवराज (द्वितीय) उद्धृत वंशावली तथा अन्यान्य बातों पर लक्ष कर हम कह सकते हैं कि प्रान्तरोली चारोली वाले शासन पत्र कथित कर्कराज द्वितीय दन्तिवर्माका सगा चचेरा भतीजा था। हमारी यह धारण केबल अनुमानकीही भित्ति पर अवलम्बित नहीं है वरन इसका प्रबल प्रमाणात्मक आधार है। इसी प्रकार ज्यूधृत वंशावलीका कृष्णराज दन्तिदुर्गका दूसरा चचा था। जो दन्तिदुर्गके
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