Book Title: Bhagwati sutram Part 03
Author(s): Abhaydevsuri, 
Publisher: Agamoday Samiti

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Page 605
________________ ४ एगविहा अविसेसमणाणत्ता सबलोगपरियावन्ना प० समणाउसो! । अपज्जत्तसुहमपुढ विकाइयाणं भंते ! कति कम्मप्पगडीओ पन्नत्ताओ?, गोयमा! अट्ट कम्मप्पगडीओ प०, तं०-नाणावरणिज्जं जाव अंतराइयं, एवं चउक्कएणं भेदेणं जहेव एगिदियसएसु जाव बायरवणस्सइकाइयाणं पज्जत्तगाणं, अपज्जत्तमुहुमपुढविकाइया णं भंते! कति कम्मप्पगडीओ बंधंति?, गोयमा! सत्तविहबंधगावि अट्टविहबंधगावि जहा एगिदियसएसु जाव पजत्ता बायरवणस्सइकाइया ।अपज्जत्तसुहुमपुढविकाइया णं भंते ! कति कम्मप्पगडीओ वेदेति? गोयमा! चोद्दस कम्मप्पगडीओ वेदेति तंजहा-नाणावरणिजं जहाएगिदियसएसुजाव पुरिसवेदवज्झं एवं जाव बादरवणस्स इकाइयाणं पज्जत्तगाणं, एगिदिया णं भंते! कओ उववजंति किं नेरइएहिंतो उववजति? जहा वकंतीए पुढविक्काइयाणं उववाओ, एगिदियाणं भंते! कइ समुग्घाया प०१, गोयमा! चत्तारि समुग्घाया पं० तंजहा-वेदणासमुग्घाए जाव वेउब्वियसमुरघाए ॥ एगिदिया णं भंते ! किं तुल्लद्वितीया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति?, तुहृद्वितीया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति? वेमायद्वितीया तुल्लविसेसाहियं कम्म पकरेंति? वेमायट्टितीया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति?, गोयमा! अत्थेगइया तुल्लद्वितीया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति अत्थेगइया तुल्लद्वितीया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति अत्थेगइया बेमायद्वितीया तुल्लविसेसाहियं कम्मं पकरेंति अत्थेगइया वेमायद्वितीया वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति, से केणटेणं भंते! एवं वुचइ अत्थेगइया तुल्लद्वितीया जाव वेमायविसेसाहियं कम्मं पकरेंति?, गोयमा! एगिदिया चउबिहा dalin Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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