Book Title: Agam 28 Prakirnak 05 Tandul Vaicharik Sutra
Author(s): Punyavijay, Suresh Sisodiya, Sagarmal Jain
Publisher: Agam Ahimsa Samta Evam Prakrit Samsthan
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अन्य आगम ग्रन्थ
२५ तुरगसीहाइरेगवट्टियकडी गंगावत्तदाहिणावत्ततरंगभंगुर-रविकिरणबोहियविकोसायंतपम्हगंभोर वियडनाभी..."उज्जुगसमसहियजच्चतणुकसिणणिद्ध-आइज्जलडहसूमालमउयरोमराई झस-विहगसुजायपीणकुच्छी झसोयरा पम्हविगडनाभी संणयपासा संगयपासा सुंदरपासा सुजायपासा मियमाइयपीणरइयपासा अकरंडुयकणगरुयगनिम्मलसुजायणिरुवहय-देहधारी कणगसिलातलपसत्थ-समतल-उवइय-वित्थिण्णपिहुलवच्छा जुयसण्णिभपीगरइयपीवरपउट्ठसंठिय-सुसिलिट्ठविसिट्ठलट्ठसुणिचियघणथिर-सुबद्धसंधी पूरवरफलिहवट्टियभूया। . .
भुयईसरविउल-भोगआयाणफलिउच्छूढदीहबाहू रत्ततलोवतियमउयमंसलसुजाय-लक्खणपसत्थ-अच्छिद्दजालपाणी पीवरसुजाय-कोमलवरंगुली तंब-तलिण-सुइरुइलगिद्धणक्खा गिद्धपागिलेहा चंदपाणिलेहा, सूरपाणिलेहा संखपाणिलेहा चक्कपाणिलेहा दिसासोवत्थियपाणिलेहा-रवि-ससि-संखवरचक्कदिसासो-वत्थियविभत्तसुविरइयपाणिलेहा वरमहिसवराहसीहसद्लरिसहणागवरपडिपुण्णविउलखंधा चउरगुलसुप्पमाणकंबुवरसरिसग्गीवा अवट्ठियसुविभत्तचित्तमंस उवचियमसल-पसत्थसद्लविउलहणुया ओयवियसिलप्पवालबिंबफलसण्णिभाधरोट्ठा पंडुरससिसकलविमलसंखगोखीरफेणकुंददगरयमुणालिया-धवलदंतसेढी अखंडदंता अप्फुडियदंता अविरलदंता सुणिद्धदंता सुजायदंता एगदंतसेढिव्व अणेगदंता हुयवहणिद्धतधोयतत्ततवणिज्जरत्ततला तालुजीहा गरुलायतउज्जुतंगणासा अवदालियपोंडरोयणयणा कोकासियधवलपत्तलच्छा आणामियचावरुइलकिण्हब्भराजिसंठियसंगयायसुजाय-भुमगा अल्लीणपमाणजुत्तसवणा सुसवणा पीणमंसलकवोलदेसभागा अचिरुग्गयबालचंदसंठियमहाणिलाडा उडुवइरिवपडिपुण्णसोमवयणा छत्तागारुत्तमंगदेसा घणणिचियसुबद्धलक्खणुण्णयकूडागारणि
पिडियग्गसिरा हुयवहणिद्धतधोयतत्ततवणिज्जरत्तकेसंतकेसभूमी सामलीपोंडघणणिचियछोडियमिउविसतपसत्थसुहुम - लक्खण - सुंगधिसुंदरभुय • मोयगभिंगणीलकज्जलपहलुभमरगणणिद्धणिगुरुंबणिचियकुंचियपयाहिणावत्तमुद्धसिरया "।
(प्रश्नव्याकरण-मधु०, पृ० १२७-१२८)
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