Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 02 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
View full book text
________________
प्रमेयबोधिनी टीका पद ३ सू.२ विशेषतो जोवानामल्पबहुत्वम् १९ दक्षिणेन विशेषाधिकाः, दिगनुपातेन सर्वस्तोकाः ज्योतिप्कादेवाः पौरस्त्य पश्चिमेन दक्षिणेन विशेषाधिकाः, उत्तरेण विशेषाधिकाः, दिगनुपातेन सर्वस्तोका देवाः सौधर्मे कल्पे पौरस्त्यपश्चिमेन उत्तरेण असंख्येयगुणाः, दक्षिणेन विशेषा. धिकाः, दिगनुपातेन सर्वस्तोका देवा ईशाने कल्पे पौरस्त्यपश्चिमेन उत्तरेण असंख्येयगुणाः, दक्षिणेन विशेषाधिकाः, दिगनुपातेन सर्वस्तोकाः देवाः सनत्कुविसेसाहिया) पश्चिम में विशेषाधिक हैं (उत्तरेणं विसेसाहिया) उत्तर में विशेषाधिक हैं (दाहिणेणं विसेसाहिया) दक्षिण में विशेषाधिक हैं। ___(दिसाणुवाएण) दिशाओं की अपेक्षा (सव्वत्थोया जोइसिया देवा) सब से कम ज्योतिष्क देव (पुरच्छिम पच्चत्थिमेणं) पूर्व और पश्चिम में हैं (दाहिणेणं विसेसाहिया) दक्षिण में विशेषाधिक हैं (उत्तरेणं विसेसाहिया) उत्तर में विशेषाधिक हैं।
(दिसाणुवाएणं) दिशाओं की अपेक्षा (सव्वत्थोवा देवा) सब से कम देव (सोहम्मे कप्पे) सौधर्म कल्प में (पुरच्छिम पचत्थिमेणं) पूर्व पश्चिम दिशा में हैं (उत्तरेणं असंखेज्जगुणा) उत्तर में असंख्यातगुणा हैं (दाहिणणं विसेसाहिया) दक्षिण में विशेषाधिक हैं। __ (दिसाणुवाएणं सव्यत्थोवा देवा ईसाणे कप्पे पुरच्छिम पच्चत्थिमेणं) दिशाओं की अपेक्षा सब से कम देव ईशानकल्प में पूर्व-पश्चिम में हैं (उत्तरेणं असंखेज्जगुणा) उत्तर में असंख्यात गुणा हैं (दाहिणेणं सहिया) उत्तरमा विशेषाधि छ (दाहिणेणं विसेसाहिया) क्षिामा विशेषाधि छ
(दिसाणुवारण) हिशयनी अपेक्षा (सव्यस्थोवा जोइसिया देवा) साथी सो ज्योति हेर (पुरच्छिमपच्चत्थिमेणं) पूर्व भने पश्चिममा छ (दाहिणेगं विसेसाहिया) ६क्षिशुभ पिशेषाथि छे (उत्तरेणं विसे साहिया) उत्तरमा વિશેષાદિક છે
(दिसाणुवाएणं) हिमानी अपेक्षाथी (सब्वत्थोवा देवा) सौथी मछ। (लंतएकप्पे) ards ४५मा (पुरच्छिमपच्चत्थिम उत्तरेणं) पूर्व पश्चिम मने उत्तरमा छ (दाहिणणं असंखिज्जगुणा) क्षिामा असभ्यात छ.
(दिसाणुवाइगं) हासनी अपेक्षा (सवथोवा देवा) पाथी माछा हेव (सोहम्मे कप्पे) सौधर्म ४६५म. (पुरच्छिम् पच्चत्थिमेणं) पूर्व पश्चिम दिशामा छ (उत्तरेणं असंखेज्ज गुणा) उत्तरमा मसात गुणा छ (दाहिणेणं विसेसाहिया) क्षमा विशेषाधि४ छ
(दिसाणुवाएणं सव्वत्थोवा देवा ईसाणे कप्पे पुरच्छिमपच्चत्थिमेणं) ६सोनी अपेक्षा माथी मेछ। ३१ शान४६५मा पूर्व पश्चिममा छ (उत्तरेणं
શ્રી પ્રજ્ઞાપના સૂત્ર : ૨