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ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र
MAINA
103. Interrupting her, Princess Malli asked, “Chokkha! What is said to be the basis of your religion?" __Chokkha replied, “Beloved of gods! I preach the religion that is based on cleansing. Our school propagates that every impurity is cleansed with the help of sand and water. Thus, by bathing, a being becomes pure. By following this religion only, a being gets liberated in the end."
चोक्खा का पराभव
सूत्र १0४. तए णं मल्ली विदेहरायवरकन्ना चोक्खं परिव्वाइयं एवं वयासी"चोक्खा ! से जहानामए केइ पुरिसे रुहिरकयं वत्थं रुहिरेण चेव धोवेज्जा, अत्थि णं चोक्खा ! तस्स रुहिरकयस्स वत्थस्स रुहिरेणं धोव्वमाणस्स काइ सोही ?"
“णो इणढे समढे।" _सूत्र १0४. मल्लीकुमारी ने फिर प्रश्न किया-“चोक्खा ! यदि कोई व्यक्ति रक्त से सने कपड़े को रक्त से ही धोवे तो उस कपड़े की थोड़ी-सी भी शुद्धि होती है क्या?"
चोक्खा-“नहीं ! ऐसा नहीं हो सकता।"
DEFEAT OF CHOKKHA
104. Princess Malli again asked, "Chokkha ! If someone washes blood stained cloths with blood only, does it cleanse it even a little?"
Chokkha, “No, that is not possible."
सूत्र १०५. "एवामेव चोक्खा ! तुब्भे णं पाणाइवाएणं जाव मिच्छादसणसल्लेणं नत्थि काई सोही, जहा व तस्स रुहिरकयस्स वत्थस्स रुहिरेणं धोव्यमाणस्स।"
सूत्र १०५. मल्ली-“उसी प्रकार हे चोक्खा ! तुम्हारे धर्म में हिंसा, मिथ्यादर्शन-शल्य आदि अठारह पापों के लिये निषेध नहीं होने के कारण किसी प्रकार की शुद्धि नहीं हो सकती। ठीक उसी प्रकार जैसे रक्त सने कपड़े को रक्त से ही धोने से शुद्धि नहीं होती।"
_105. Princess Malli, “So, Chokkha ! as there is no denial for indulgence in the eighteen sins including violence, misconception, (etc.) in the religion you preach, it cannot cause any purification. Exactly like washing with blood cannot remove blood stains from a cloth."
सार
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JNĀTĀ DHARMA KATHANGA SUTRA
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