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कविवर द्यानतराय के साहित्य में प्रतिबिम्बित अध्यात्म चेतना 139 34. भारतीय दर्शन की रूपरेखा, पृष्ठ-208 35. भारतीय दर्शन का इतिहास, पृष्ठ-265 36. भारतीय दर्शन का इतिहास, पृष्ठ-228 37. वही, पृष्ठ-289 38. वही, पृष्ठ-229
39. अमरकोश में 'संख्या' शब्द का अर्थ विचारणा या ज्ञान माना गया है। चर्चा-संख्या विचारणा वहीं पर विद्वान व्यक्ति के लिए संख्यावान शब्द का प्रयोग किया गया है - 'संख्यावान् पण्डितः कविः' जिसका मूलभूत शब्द 'संख्या निश्चय ही ज्ञानार्थक है।
40. सांख्यकारिका, 55, 56, 57 41. भारतीय दर्शन की रूपरेखा, पृष्ठ-242 42. भारतीय दर्शन की रूपरेखा, पृष्ठ-261 43. वही, पृष्ठ-262 44. Out lines of Indian Philosophy, Page 282 45. वही, Vol. I, Page 253 46. भारतीय दर्शन की रूपरेखा, पृष्ठ-270 47. भारतीय दर्शन का इतिहास, पृष्ठ-291 48. वही 49. वही 50. भारतीय दर्शनों की रूपरेखा, पृष्ठ-271 51. योगश्चित्तवृतेः निरोधः, 1-21
52. चित्तवन्निरुद्धानीन्द्रियाणि नेतरेन्द्रियजय वदुपायान्तरमपेक्षन्ते। यथा मधुकर राजानं मक्षिका उत्पतन्नमनुत्पतन्ति, निविशमानमनुविशन्ति तथेन्द्रियाणि चित्तनिरोधे निरुद्धानीत्येषः प्रत्याहारः, व्यास भाष्य
53. धारणा तु च योग्यता मनसः, योगसूत्र, 2-53 54. तत्र प्रत्येकतानता ध्यानम्, योगसूत्र-3-21
55. समाधिर्ध्यानमेवध्येयाकार निर्मासं प्रत्ययात्मके स्वरूपेण शून्यमिव यदा भवति । येयस्वभावावेशा तदा समाधिरित्युच्यते, योगसूत्र-3, व्यासभाष्य
56. भारतीय दर्शन की रूपरेखा, पृष्ठ-274 57. कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन, गीता 58. गीता, 15/7, 59. गीता, 2/20, 60.
गीता, 2/13, 61.गीता, 2/20, 62. गीता, 2/22 63. भस्मीभूतस्य देहस्य पुनरागमनं कुतः, बंतआं जपए च्हम 18 64. A Treatise of Human Nature By Hume, Book-I, Part IV, Section-6 65. पंचास्तिकाय, गाथा 26 66. हजारीप्रसाद द्विवेदी कृत हिन्दी साहित्य का आदिकाल, पृष्ठ-11 67. हिन्दी पद संग्रह, पृष्ठ-137 68. अध्यात्म पाठ संग्रह, सम्पादक - श्रेयांसकुमार शास्त्री, पृष्ठ-331