Book Title: Sachoornik Aagam Suttaani 01 Aachaar Churni Aagam 1
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad

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Page 346
________________ आगम भाग-1 "आचार" - अंगसूत्र-१ (नियुक्ति:+चूर्णि:) श्रुतस्कंध [२], चूडा [१], अध्ययन [१], उद्देशक [२,३], नियुक्ति: [२९७...], [वृत्ति-अनुसार सूत्रांक १०-२१] (०१) प्रत वृत्यक [१०-२१] एवं साहवि एसणाजुचो, वच्छगदिढतेणं एसणं जोएति, जं एवं लद्धं तं वेसितं, माइट्ठाणसंस्पशों, ता एवं गामादि पुखभणिता, | रांग सूत्रआइण्णा चरगादीहि, उम्माणा त सतस्स भने कते सहस्सं आगतं, पाऊणं माणं, ण विणा रसगेवीए संखडी गम्मति, आइण्णाए माध्ययन । चूर्णिः य इमे दोसा-पारण वा पाए अक्तपुब्वे भवति, आलावा पसिद्धा, असंखडादयो य दोसा, अणेपणिजं सोलमण्हं एगतरं, तम्हा ॥३३४॥ INIसे संजए णियंठे वितिगिच्छा संका उम्गमएसणासु पंचवीसे, असमाहिया असमाहडा, कण्टलेस्मादि तिथि, चरित्ता णो सय्ये, यतिनि, मंदं अब्बोगटो, उपहीआदी मुनेमुवि भासिजति, एवं विहारो अब्योगहो जिगराणं, जिणकपिता सुहुमबुद्धी काएवि | णाणंति, धेरकप्पिता सुहमेण वा सनाणेणं, इतरंमि कारणे, तिबदेसित सम्बदिवस, सुटुंबा बढाहि वा धाराहि अव्वोच्छिन,तिरिच्छं संपातिमा, निजाति, उरंसि वा र्ण णिलिजिआ, कक्खंसि वा णं आहडेजा, पाणिणा पाणि पिचित्ता, एयाणि करेति पाणिपडिग्ग| हतो धेरकप्पियाणं, से भिक्खू वा भिक्खुणी वा खतिया चकवडीवलदेववासुदेवमंडलियरायाणो, कुराया पचंतियरायाणो, राय| वंमिता रायवंसप्पसया, णारा णारी य सिया, अनवरा भोइता, अंतो अंतो नगरादीगं बाहिणिग्गताणं सम्णिविट्ठाणं इतरेसिं गच्छ| ताणं मंगलस्थं या, सयमेव आणि दकस्य देखा, देवाणं सयमेव अदेताणं अण्णो दिज असणं वा ४, लामे संते णो पडिगाहिआ, | इस्सरतल परको विय लामे संते रयणमा० एमणामादी एतं खलु भिक्खुस्स वा भिक्षुगीर वा सामभिर्य तृतीया पिण्डेमणा परिसमाप्ता। संखडिअहिगारो अणुयनति, मंसादि मास चाउम्मासं वा णिजिसितो आसि, पारणे मांसेहि चेव संखडि करेति, अद् भक्षणे' मर्स अदंतीति मंसादी मिगपट्टिना वा, गोमहिमवराहादीहि मारिन्जेज, संखडि करेति, एवं मच्छाइतेसु दो पगारा, णवर गोगाहेण दीप अनुक्रम [३४४३५५] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधिता मुनि दीपरत्नसागरेण संकलिता......आगमसूत्र-[१], अंग सूत्र-[०१] "आचार' जिनदासगणि विहिता चूर्णि: प्रथम चूलिकाया: प्रथम-अध्ययनं "पिण्डैषणा", चतुर्थ-उद्देशक: आरब्ध: [346]

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