Book Title: Prakrit Padyanam Akaradikramen Anukramanika 02
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
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तित्थयरी जिण पत्तेअबुद्ध तित्थयरी जिण पत्तेअबुद्ध तित्थयरुद्देसेण वि, सिढि - तित्थयरुहेसेण वि सिद्धि
(सि.पं.) १४ तित्थुग्गाली एत्थं, (पु.मा.) २३० तित्थुच्छेओ व्व मओ (पं.प.) ८५ तित्थदया उरलाऽधिरखगड (पं.सं.) ९२५ तिथे अणवद्वाणे, (स.सा.) ३७ तिथे त्ति नियमओ च्चिय (न.भा.) ४२ तित्थेसु अणारोविय (वि. सा.) ८४२ तिथे सुत्तत्थाणं (प्र.सा.) १२८६ तिथे सुत्थाणं गहणां (प्र.सा.) १२०० तिरथोणं तं मिच्छा, (वि.सा.) ८०८ तित्थोन सय मिच्छा, (क. प्रा. १) ७९ तित्थोदएण पहाणं कप्यूरेण (क.भा.) २५ तिथिवार रिक्ख इक्कं, (गु.त.) २।१२१ तिदिणग्गि तिपल्लाऊ, (गु.त.) २।१२५ तिदिसिनिरक्खणविरई, (उ.चि.) १ तिदिसिनिरक्खणविरई, (प्र.प.) ६३५ तिदिसिनिरिक्खणविरई, ( आरा. २) १९८ तिदिसिनिरिक्खणविरई (चे.म.) २९५ तिदिसिनिरिक्खणविरई (गाथा.) ४८५ तिदिसि निरिक्खण विरई, तिदिसि होंति सुहंमाए. ति १४ दु १५ इक्कग १६ (प्र.प.) ११ |तिदुङ्गदिहिं त्वरिचवरा (स.भा.) १६५ ति १ दु २ इग ३ दुहिअ (वि.गा) २२७ ति एकग सोलसगं (गु.त.) १।२०३ ति दु एकग सोलसगं (गाथा.) ८४६ तिदुगसयं उप्पंचगतिगनउई (पंचा.) ४१७ (ज्ञा.क.) २६
८४१ (सं.प्र.) १२७
तिदुगेगसयं छप्पणचउतिगतिदुनउई गुणनउई,
तिदुनउई गुणनऊई तिदुनउईगुणनवई तिदुनवई गुणनवई तिदुनवाई गुणनवाई तिधिरासी बावट्ठीय तिनवईचडविणु केवल तिनव सच्चे सम्मे
ति नविग दो नव पंच तित्रट्ठभाग बिसयरि तिनि उसहस्स तित्थे, तिन्नि किल्बिष (स) वेमा - | तिन्नि खलु एक्कयाई | तिनि चउ पंच गिम्हे तिन्नि चउ पंच छक्कं तित्रिति तिनि दुया, तिन्नि तिगाईसत्तट्ठ
तित्थयरे इगतीसा तीसा तित्थयरेगुणतीसा आहारदुगे तित्थयरेण सहिया, तित्थयरेणं६७ सहिया तित्थवरेणं सहिया पुत्रप्पय तित्थयरेणं सहिया सती तित्थयरेणं सहिया सत्तती तित्थयरेण य सहिया, तित्थयरेण विहीणं,
तित्थयरे भगवंते, तित्थयरे भगवंते, तिथवरे भयवंते, परमगुरु तित्थयरो असमत्थो तित्थयरो चउनाणी तित्थयये चठनाणी, सुरतित्थयरो चउनाणी, सुरतित्थयरो चउनाणी सुरमहिओ (पंच.)
तित्थयरो तित्थयर-तणेण
त
तित्थयये पुण तित्यंकरतित्थ विणा उद तित्थसरिया महादहतित्थस्स टिई मिच्छा, तित्थस्स मुणी मूलं, तित्वस्स वण्णवाओ एवं तित्थस्स वुड्ढका तित्थस्स बुढिकारी अवखे (ये.जा.) १६ तित्थस्सुच्छेयाइ वि नालंबण - (वि. विं) ३१९
तित्थाइसिद्धभेवा संचे
(वि.वि) ३४७ (गाथा.) ४६४ (ति.गा ) ४३७ (प्र.प.) ६१० (प्र.प.) ५८०
तित्थाइसेससंजय १, देव तित्थाइसेस संजय, देवी तित्थाओ विवरीअं तित्था चुअस्स आगमसरणं तित्थाण तित्थजत्ता (सा.प.) ६५ तित्थातित्थाहि(इ) उवा- (चे.म.) ७२९ तित्थायवज्जीवं नारयतिरि (पं.सं.) ९८८ तित्थासम्मय भासणरसिओ तित्थाहारं निरयसुराउं तित्थाहारदुगूणं एगतित्थाहारदुगूणा, तित्थाहिव वीरथुइ, नवमे तित्थाहिव वीरथुई, नवमे
(प्र.प.) ४९५ (क. प्रा. ३) २२ (क. प्रा. ३) ४७ (क. प्रा. ३) १०
( चै.भा.) ४५ (गाथा.) १६५
૧૯૬
(गु.त.) २२४२ (ध.प.) ५ (क-२) २१
( नव. ४) ९५ (पंच) १४९१ ( नव. ४) ५० (सं.दो.) २९ (उ. प.) ८५२
(क. प्रा. ३) १६
(क. प्रा. ३) ७ (प्रति.) ९ (ज्यो.) १३९
(दंड) २५ (चे. म.) १८१ (चैत्य.) ५
(दं.प.) ३५
(प्र.सा.) ६७
(वि.सा.) ६९५ (चै.भा.) ७
( दी.प.) १८५ (सप्त.) १७३ (ल.क्षे.) ९४ (सप्त.) २० (वि.सा.) १४३
(श.सं.) २६ (कर्म) ४३२ (कर्म.) १२५ (क-६) ३१ (क.सं.) १४३ (क.सं.) १३६ (स.भा.) १५१ ( स.भा.) १८४ (जो. प.) ११७ (क.सं.) १४८ (क.सं.) १३७ (सि. सा. ) ११० (बृ.क्षे.) ४३१ (सप्त) ३४१ ( ईर्या.) १० (जी.स.) १६७ (वि. सा.) २०५ (प्र.सा.) १५३३ (श्र.भं.) ४ (पं.सं.) ५२४
तिमि तिया तिनि दुया तिन्नि तिया तिन्नि दुया, तिनिधुई सकओ छो
| तिन्नि दस अट्ठ ठाणाणि तित्रि निसिही तित्रिठ, तिन्नि निसीहि तिनि य | तिनि निसीहिय तिन्नि तिमि निसीही एमाइ तिन्नि निसीही तिन्नि य, तिन्त्रिय अंगोगा,
| तिन्त्रि य एगो एगो तिनिय तह अववम्मी
| तिन्नि य तिन्नि य तिन्नि तिन्नि य लक्खअसीया ८ तिन्नि य सणकुमारे
तित्रि व उपायाई
तिन्नेव य कोडिसया
(श्री. प्र. ) ३३० (प्र.सा.) १३२४ (पो.वि.) ५४
तिन्नि वा कड्ढइ जाव,
तिन्नि वा कड्ढइ जाव, थुईओ तिथि वा कट्टई जाव तिन्नि वा कड्ढई जाव, तिन्नि वि जत्थ मयंका तिन्नि वि दाराओ तत्थ तित्रि वि पएससी एगाणंता तिनि वि पढमिनाओ तित्रिवि स्पाइ दे तित्रि वि सबा तिसद्वा,
तिन्नि विहत्थी चउरंगुलं तिन्नि विहत्थी चउरंगुलं
तिन्नि सता तेवीसा तिनि सया चउवीसा तिनि सया छत्तीसा, उच्च तिन्निसया तित्तीसा, तिन्नि सया तेयाला रज्जूर्ण तिनि सया तेसट्टा पासंडीणं तिन्नि सया बाणउया तिन्नि सया बावन्ना तिनि सया सोलहिया, तिन्नि सहस्सा सत्त य
तित्रेग तिर्ग पण तिनेगे एगेगं तिग तिन्नेय १ तिनि तीसा तिन्नेव उत्तराई, पुणव्वसू तिन्नेव जोयणसए, तित्रेव य कोडिया
(क. प्रा. ५) ४७ (पै.भा.) ६ (पं.प.) ३४
(प्र.सा.) ६६
(वि.सा.)६६४
(चे.म.) १८०
(क. प्रा. २) ५०
(गा. प्र.) २२ (सि.सा.) १२०
(प्र.सा.) ३३५ (वि.सा.) १८६
(प्र.सा.) ४२३
(स.सू.) १३२
(वि. सा.) ६०२ (श्रा. दि.) १५० (चे.म.) ८२३ (प्र.सा.) ४३९ (ग.हो..) ६
(श.भा.) १४७ (वि.वि) ३७७
(कर्म.) ३९६
(पं.प.) १५३ (हि.उ.) ३४२
(पंच.) ७९२ (वि.सा.) २०० (ति.गा) १२४१
(बृ.क्षे.) ५०९ (बृ.क्षे.) ६४७
(बृ.सं.) २८२ (प्र.सा.) ९१५ (ना.प्र) २८
(प्र.सा.) १५४०
(पं.सं.) ९५२
(बृ.क्षे.) २७६ (जी.स.) १०९.
(कर्म.) ४३०
(क-६) ५७
(वि. सा.) १८५ (मं.प्र.) ८९
(दी.प.) ८०
(वि.सा.) १२२
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