Book Title: Prakrit Padyanam Akaradikramen Anukramanika 02
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 265
________________ नेअदेवअगणी-वाउ न्हावेऊणं विहिणा नेरइअदेवअगणी-वाउ (वि.पं.) ३१ नेसप्पम्मि निवेसा (ति.गा) ११३२ नो पिच्छामो सव्व-नुणो (द्वा.कु.) २०१० नेरइअ देवजुयला, वज्जिअ (वि.पं.) ३२ नेसप्पे १ पंडुयए २, (गाथा.) ७४६ नो पुरिसमित्तगम्मा (पंच.) १२८४ नेरइअभवण वणयर- (गाथा.) ६८२ नेसप्पे पंडुयए पिंगलए (प्र.सा.) १२१८ नो बंधती तम्हा पत्थुय- (श.भा.)५५७ नेरइआ असुराई, पुढवाइ (दंड.) २ नेसप्पे१ पंडुयएर पिंगलए३ (वि.सा.)५५२ नो बंधइ तो तेसिं (श.भा.) ८८२ नेरइआण विदुरक्खं, (पु.मा.) २२२ नेसप्पे१ पंडुयए२ पिंगले३ (र.सं.) ६५ नो बंधइ नवमगुणी (श.भा.) २२७ नेरइआणुप्पाओ, उक्कोसं (गाथा.) ४२६ नेह-अग्गि-वट्टीए विणु, (ज्ञा.कु.) १०१ नो बंधगोऽसि सुंदर (उ.वि.१) ४५ नेरइआ ते सन्नी, गब्भ- (जी.सं.)८३ नेहप्पच्चयफड्डगमेगं (कर्म) २२ नो बंधगो सि सुंदर, (उ.वि.२) ३७ नेरइआ दोगइआ, (जी.सं.)९१ नेहब्भंगे रोगो (स्व.) श२३ नो बुज्झइ सो मूढो (न.मा.) १२१२२ नेरइआ सत्तविहा पज्ज- (वि.स.)९ नेहम्मि उ मरुदेवी, (त्रि.कु.) १३ नो भंगो संपज्जइ दुक्खा- (प्रत्या.) ९८ नेरइआ सुहुमतसा (पं.सं.) ६६० नो अंतरंजियाणं, (नव.३) ३० नो भणिया अनियट्टि- (श.भा.) ८३१ नेरइए चेव परोप्परं पि (भ.भा.) ११८ नो अग्गपूयजणियं निम्मल्लं (सं.प्र.) ९४ नो भत्तेणं अट्ठो पओयणं (प्रत्या.) १४७ नेरइ-माणुय-तिरिया (जी.क.)६ नो अज्ज वि निव्वत्तइ (श.भा.) ६३ नोभयमवि जमणाई (पंच.) १२९३ नेरइयजुयलवज्जा एगिदिसु (प्र.सा.) ११२१ नो अणतिगुत्तगेहो (सं.प्र.) १०३४ नो भावी मे दोसो (ध.सं.) ११८५ नेरइय-भवण-वणयर,- (त्रै.दी.) ३१४ नो अणसणाइविरहा पाएण (पंच.) ८४७ नो भूपालपए न रोगविलए (उ.कु.१)७ नेरइयवज्ज मिच्छो (स.भा.) ६६ नोअन्नतित्थिए अन्नतित्थि- (प्र.सा.) ९३७ नो माया नो पिया भज्जा, (श्रा.दि.) १४० नेरइया अइथोवा दिसातिए (प्र.पा.) २१ नो अन्नमिह स भावो (ध.सं.) ४१० नो रज्जं नो राया नो (श्रुता.) ८९ नेरइया अमरा वि य तेरिच्छा (प्र.सा.) ११२३ नो अप्पणा पराया गुरुणो (सं.प्र.) ५०९ नो राइ नो पयच्छइ, सावं (चे.म.) ५९९ नेरइया १ असुराई ११ (र.सं.) ३७८ नो अप्पणा पराया, गुरुणो (षष्ठि.) १०५ नो लब्भइ तेण तओ (श.भा.) ९६७ नेरझ्याई जीवा एव (आरा.१) ४०८ नो अविसए पवित्ती तन्नि- (श्रा.प्र.) २३६ नो लब्भइ भागाणं (श.भा.) ९४२ नेरइयाई जीवा एव (प.आ.) १७९ नोआगमभावाणा एसा (उ.र.) ३९ नो लोभभुयंगमसंगमो (उ.अ.) १० नेरइयाणं जोग्गा एकच्चिय- (स.सा.)३८ नो इत्तो हिअमण्णं (पंच.) १६०१ नोसंखाणं नाणं दंसण (जी.स.) १४० नेरइयाणं मज्झे मूढेणं (खाम.) ३ नो उच्चारो एत्थं आयरिअ- (पंच.) १४३८ नो सक्कइ तो भन्नइ (श.भा.)७१४ नेरइयाण वि तह देहवेयणा- (श्रा.प्र.) १५६ नो ऊणा नऽइरित्ता अवि- (पंच.) २५४ नो सक्का काउं जे भुवणं (जी.अ.) १८० नेरइयाण वि दुक्खं, जिज्झइ (सं.सि) १९ नो कयपच्चक्खाणो आय- (पंच.) ५३४ नो सत्थं न विसं न साइणि- (उ.कु.१)९ नेरइया य नपुंसा तिरिक्ख- (जी.स.)५९ नो कयपच्चक्खाणो आयरि- (प्रत्या.) २५० नोसप्पे पंडूए, पिंगलए (बृ.सं.) २६८ नेवं कत्थ वि दिटुं (प्र.प.) ३७१ नो कामीणं सच्चं पसिद्ध- (शी.उ.) २४ नो सरसि कहं छित्ता (आरा.१)५०६ नेवं कत्थ वि लिहिअं (प्र.प.) ७१३ नो खलु अप्परिवडिए (श्रा.प्र.) ९५ नो सरसि कहं छित्ता (प्र.सा.) १३१ नेवं कयाइ भूयं, (त.त.) १४ नो गच्छंती ऐगिदिएसु (श.भा.) ४३५ नो सरसि कहंछित्ता (र.सं.) २३० नेवं चरणाभावे मोक्ख (पंच.) ९२१ नो चेव अवहिया जह (ज.प्र.) ८ नो सरसि२६ कहं छित्ता२७ (वि.सा.)७४० । नेवं जं निरवज्जं तं (प्र.प.) २१२ नो जत्थुस्सुत्तजणक्कमो (ग.सा.) ११० नो सरसि, कहं छित्ता, (गुरु.) २२ नेवं जुत्तं जत्तो सीसो (प्र.प.) १०८ नो जाणंति वराया राएणं (वै.र.) ५१ नो सरसि कहं छित्ता, (गु.भा.) ३७ नेवं निअमो जम्हा (प्र.प.) ६४० नो जिणधम्मे खिसादाहिण- (सं.प्र.) १४५३ नोसुहमबायराणं (प्र.पा.) ८३ नेवं रज्जभिसोए भयणा (प्र.प.) ४२२ नो तत्थ भणिय इईमं (श.भा.) ९२४ नो हेट्ठिम्मेसु तियपणछवीस- (श.भा.) ९१४ नेवं वोत्तुं जुत्तं जं सो (प्र.प.) ४२ नो तस्स तन्निमित्तो (ध.सं.) ३७८ नो होइ किं तु उवसम- (श.भा.) २६५ नेवं संगरिपडणे (प्र.प.) ४६६ नो तिविहं तिविहेणं (पंच.) ५३५ न्हवणच्चगेहिं छउमत्थ (गाथा.) १५८ नेवं सुवण्णयारो (प्र.प.) ९४३ नो तिविहंतिविहेणं (प्रत्या.) २५२ न्हवणविलेवणआह- (सं.प्र.) ५७ नेव अणालत्तो आलवेमि (प्र.सा.) ९३८ नो ते जइ तेणं चिय (उ.वि.१) ४९ न्हवणविलेवणआहरण- (सं.प्र.) १६९ नेवदारं पिहावेइ, भुंजमाणो (श्रा.दि.)२२१ नो(तो) समयमाइ किच्चा (श.भा.) ३७८ न्हाणुव्वट्टणभूसं ववहारं (सं.प्र.) ३९७ नेव दारं पिहावेई, (गाथा.) १४३ नो दाहिणाओ वामं (अ.उं.) २५ न्हाणुव्वट्टणवन्नग-विलेवणे (सं.प्र.) १२१७ नेव पल्हत्थियं कुज्जा, (श्रा.दि.)८८ नो देई नो लभए नो (श.भा.) ७१५ न्हावेऊणं विहिणा (ति.गा) १७२ नेवायरंति सक्कंपि जं (साधु.) ११ नो देहरक्खणट्ठा, आगार- (चे.म.) ४५६ नेसप्पंभि निवेसा गामगर- (प्र.सा.) १२१९ नो निग्गंथाणं जे (श.भा.) १८१ नेसप्प १-पंडु २-पिंगल (ति.गा) ३०३ नो परमपुरिसपहवा पओ- (वि.वि) २६ नेसप्प १ पंडु २ पिंगल (ति.गा) ११३१ नो परलोओ न जिणा (उ.प.) ४३६ । ૨૪૪

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