Book Title: Prakrit Padyanam Akaradikramen Anukramanika 02
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 290
________________ प पिउभाउभयणिभज्जा पुक्खलखीरघयामयपिउभाउभयणिभज्जा- (उ.चि.) ३१४ पियधम्मो दढधम्मो, (गाथा.) ६४६ पीढग-निसिज्ज-दंडग (गाथा.) ५५३ पिक्कम्मि देवउप्फ पुप्फे, (दे.ना.) ४४८ पियपुत्तभाय-भइणी-माया- (श्रा.दि.)३०७ पीण-च्छिण्ण-विगाणेसु (दे.ना.) २८९ पिक्खसि नगे बलंतं, (य.शि.) १२ पियपुत्तमित्तघरघरणिजाय, (वै.श.) ७१ पीणत्थणनमियंगी (आरा.२)६२० पिच्छंतस्स वि तुह दारुणो (सं.मं.) २४ पियपुत्तस्स वि जणणी (भ.भा.) ४३० पीण-पओहर-चच्चर- (हि.उ.) १७६ पिच्छइ गयतसथावर- (धूर्ता.) १२६ पियपुत्ताऽऽमिसवयणा (आरा.१) ८३६ पीती पणओ नेहो (ति.गा) ९९४ पिच्छई जुवईरूवं, मणसा (गु.कु.) १९ पियपुत्तो वि हु मच्छत्तणं (भ.भा.) २३४ पीयं थणयच्छीरं, सागर- (उव.) २०१ पिच्छसि ताव सयं चिअ (सं.मं.) ११ पियमाइभाइभइणी,- (आ.बो) ९ पीयद्ध अय? तिहा सखुद्द (र.प.) ५४ पिच्छसि बाहिरमटुं न (वै.र.) ५६ पियमाइभायबंधवपुत्त- (वि.मं.) ७९ पीलू गओ मयगलो (पा.ल.)९ पिच्छसि मुहं सनिलयं (वै.र.) ५५ पियमायभाय परियण जणेसु (वै.र.) २४ पुं-इत्थि-नपुंसवेया (क.ब.) ७ पिच्छसु पाणविणासे वि, (क्षमा.) ३ पिय माय भाय सुकलत्तु (द्वा.भा.)३ पुंइत्थीकीववेया, (नव.३) १२ पिच्छह दिणराईओ आउय (शो.कु.)३ पिय १ माय २ ऽवच्च ३ (उप.) २१४ पुंखणयकणयदाणं बलि- (प्रति.) १४ पिच्छह विरईइ-फलं, फुरंत- (हि.उ.) ४६१ पिय १ माय २ ऽवच्च ३ (उप.) २०१५ पुंचयनपित्थि संते (स.भा.)५१ पिच्छहि ते तसु पइ पइ (उ.रा.) ४७ पियमायसयणरहिओ, दुरंत- (वै.श.) ८६ पुंजे कयार-कज्जव- (दे.ना.) १८५ पिच्छामु ताव एए केरिसया (पंच.) १३८० पियमाहवि-पीणा (दे.ना.) ५१३ पुंडरिगिणि १६ खग्गिपुरी (सप्त.) ४३ पिच्छिस्सं इत्थमहं वंदणग- (वि.सा.)६३१ पियमाहवी परहुआ (पा.ल.) ४२ पुंडरिगिणि विजया (बृ.क्षे.) ३३४ पिच्छिस्सं एत्थं इह वंदणग- (पंच.) ११२६ पियरम्मि असंते वा (प.वि.) ६१ पुंडरिगिणी सुसीमा (सप्त.) ४२ पिज्जं भयं पओसो, पेसुन्नं (पु.मा.) २१२ पियविप्पओगदुक्खं, (आरा.१)८६० पुंडरियं बाहुबलि भरहं (य.च.) १४६ पिट्टण बोले रायाऽऽयन्त्रण (उ.प.) ५०९ पियविरहाओ न दुसहं, (पु.मा.) ३०७ पुंडरियाईगणहरदुप्पस- (आरा.१)४९४ पिटुं घटुं किमिजाल- (भ.भा.) १९० पियविरहे अप्पियसंगमे (आरा.२)७६५ पुंडरीअ१ सीहसेणा (सप्त.) २१४ पिटुं मिस्समसुद्धं पण्ण- (ल.सा.)८० पियसि सुरं गायतो (भ.भा.) १४१ पुंडा पुंडप्पभवा, सुरत्त (बृ.क्षे.) ३५३ पिट्टिकरंडसयाई दो (वि.सा.)१२ पिल्लिज्जेसणमिक्को, पइन्न- (उव.) १५८ पुंडे वच्च अत्थे, पुंडो (दे.ना.) ५१४ पिट्ठिमंसे रसिआ जल- (आ.अ.) १०६ पिसाय भूआ जक्खा य, (त्रै.दी.) ५८ पुंवेअं कोहाई नियट्टि (पं.सं.) ८७४ पिट्ठिवंसो दो धारणाउ (वि.सा.)२६७ पिसाय भूया जक्खा य (प्र.सा.) ११३० पुंवेय अट्ठ वासा अट्ठ (पं.सं.) २५४ पिट्ठी दाहिण वामे इगेग (वा.सा.)८५ पिसुणत्तणेण अहयं (सा.प.) ७८ पुंवेयकोहमाइसु (पं.सं.) ९८२ पिढे पुव्वा पुरओ, (म.प्र.) ५१ पिसुणासझासब्भूयभूय- (सं.प्र.) १३३० पुंवेयकोहमाइसु, (क.भा.) १९ पिढर-उण्हजलेसुंढमरं, (दे.ना.) ३६५ पिसुणा सब्भासब्भूय- (ध्या.श.)२० पुंसंजलणतिगाणं (पं.सं.) ६२३ पिण्डत्था समणातिहिमाहण- (पिं.वि.)६५ पिहिए सचित्तभू-दग- (पिं.लो.)४३ पुंसंजलणाण ठिई (पं.सं.) ५५३ पितिपुत्त खुडु थेरे (पंच.) ६२२ पिहियं सचित्तथगियं (य.च.) ९३ पुंसिद्धा गोयमाई, (न.त.) ५८ पितिपुत्तमाइयाणं समर्ग (पंचा.) ८२५ पिहियासवा तवड्डा धणियं (पं.लि.) २४ पुंहासरईउच्चे, सुभखगति- (पं.सं.) २४३ पितिसममुज्जेणीगमणिग्गमा (उ.प.) ५३ पिहु १ कुटुग १ कुकुस (पं.प.) ४५ पुआ मुंगडि लप्पसी (र.सं.) २५४ पित्तवसमंससोणियसुक्कट्ठि- (भ.भा.) २६९ पिहु पिहु असंखसमइअ (वि.स.) ४५ पुक्खरणीण चउद्दिसिं, (दी.प.) ४४ पित्तसिलेसं अवहणइ सोवि (श.भा.) १९६ पिहु पिहु असंखसमइय, (वि.पं.) ३६ पुक्खरदलपुव्वावरखंडतो (ल.क्षे.) २५१ पिप्परि-खज्जूर-मिरी- . (ल.सा.)७५ पीअ-सिअ - रत्त-सामा, (सम.) १९ पुक्खरदलबहिजगइ व्व (ल.क्षे.) २४२ पिप्पलदलग्गलग्गो व्व (उ.च.२)१० पीआ य तेण रिसिणा (धूर्ता.) २९५ पुक्खरवड्ढे तित्थयर वंदिमो (स.म.) ९ पिबमाणो वि पइदिणं (सं.मा.) ३९ पीऊसपाणसरिसो एसुवएसो (रकु.) ३० पुक्खरवरदीवटुं, परिक्खिवइ (दी.प.) १ पिय-जणु जुव्वणु धणु (बा.बो.)७ पीए वि हु दक्खिण्णं, (सम्.२) १० पुक्खरवरदीवड्डे, धायइसंडे (चे.म.) ६५९ पियणं दुद्धे, आणाइ (दे.ना.) ५१० पीडंतराय न अडण पइरिक्के (उ.प.) २९३ पुक्खरवरदीवेणं, वलया- (बृ.क्षे.) ५८१ पियदंसणे पभासे, (दी.प.) १५२ पीडागर त्ति अह सा तुल्लमिणं (पंच.) १२२९ पुक्खरवरे वि एवं, (सि.पं.) ३५ पियदंसणो मुणीण (ऋषि.) १०७ "पीडा-गरी"त्ति "अह सा" (स्त.) १२० पुक्खरिगारस तेरेव कुंडले (वि.स.) ५४ पियधम्मा दढधम्मा, (गु.त.) २०६१ पीडागरी वि एवं इत्थं (पंच.) १२५० पुक्खरिणी आयारे (गु.त.) ११५४ पियधम्मा दढधम्मा (आरा.२) ३९७ पीडा-गरी वि एवं एत्थ (स्त.) १४१ पुक्खरिणीओ पुट्वि, (गु.त.) १२१५६ पियधम्मा दढधम्मा गिहिणो (आ.म.) ३६ पीडिज्जइ सो तत्तो घडिया- (भ.भा.) ९४ पुक्खरिणी नंदिसेणा (प्र.सा.) १४८८ पियधम्मा सुविणीया (योगो.) १ पीढगं फलगं चेव सेज्जा (मू.शु.) ८४ पुक्खरिणीसयसोहिय (भ.भा.) ३३५ पियधम्मे दढधम्मे, (गु.त.) २०६२ पीढग निसिज्ज दंडग (पंच.) ८३४ पुक्खलखीरघयामय- (का.स.)६१ ५७धम्मा, ૨૯

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