Book Title: Prakrit Padyanam Akaradikramen Anukramanika 02
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
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"२५,
मूलरासिस्स (मूलस्स रासि
मोक्खमग्गं समल्लीणा मूलरासिस्स (मूलस्स रासि (वा.सा.)५९ मूले मूलं तणि धणु (ज्यो.सा.) १८० मेरू वट्टो सहसकंदो (ल.क्षे.) १११ मूलरिक्खाइजाएसु तक्कम्मयं, (मि.कु.) १४ मूले सहस्सदसगं विक्खंभे (प्र.सा.) १४७५ मेलगइ रुप्प विसुवा (द्र.प.) २४ मूलव्वयाइआरा, जयसुद्धा (गु.त.) १९८७ मूले सहस्समेगं, मज्झे (बृ.क्षे.) १५७ मेलित्तु पण्हियाओ, (चे.म.) ४८६ मूलस(स्स)रेसु उटुं(ड्), (ज.पा.) १७३ मूलोत्तरगुणसुद्ध, (दं.प.) १३३ मेलित्तु पण्हियाओ (प्र.सा.) २५५ मूल १ साह २ प्पसाहा (र.सं.) ५४२ मूलोत्तरगुणसुद्धे सुसाहु- (सं.प्र.) ९५५ मेल्हेइ सोहम्माओ, (गाथा.) २९५ मूलसिरि कंडरीओ एलासाढो (धूर्ता.) ७ मूलोत्तरगुणसोही उस्स- (य.च.) १४० मेस रवि पडिवा तिहि, (ज्यो.) १७ मूलस्सरा सवग्गे, एकं (ज.पा.) २९५ मूल्लं विणा वि दाउं, (दा.कु.)८ मेस विस मयर कण्णे (ज्यो.सा.) ७७ मूल-ऽस्सेसाजाए बाले (मि.स्था.) २१ । मूसगरयउक्केरे, घणसंताणए (पंच.) २७२ मेस विस मिहुन करकं, (ज्यो.) ५९ मूलाओ आरंभं कीरइ (वा.सा.)७३ मूसगरय उक्केरे वासे (पंच.) ८०९ मेसाइ कमि उवक्कमि (ज्यो.सा.) १०७ मूलाओ मासगुरुए, (गु.त.) २।३०३ मूसग सप्प गिलोइ य, (पु.मा.) २६७ मेसाइ कमि चउक्के (ज्यो.सा.)३३ मूलाओ साहाओ साहाहिंतो (ध.सं.) ११२२ मूस स्सा ह ति-पुव्वा (ज्यो.सा.)८१ मेसाइ चउसु चउरो, (दि.शु.) १० मूला कंदा य तया, (ज.पा.) १३५ मूसा-मूसाआई लहुअ- (दे.ना.) ५९९ मेसे मेसाईआ, विसम्मि (ल.शु.) ९१ मूला तह भूमिरुहा (प्र.सा.) २३९ मृते स्वजनमात्रेऽपि, (गाथा.) ५८६ मेसो १९ मयरो २० (सप्त.) ३१४ मूला २४ तह भूमिरुहा (र.सं.) ४४२ मेंठी मेण्ढी, मेली अ (दे.ना.) ६०० मेहंकर १ मेहवई (ति.गा) १४७ मूला तह२४ भूमिरुहा२५ (वि.सा.)७८७ मेघंकर मेघवई, (बृ.क्षे.) ३३७ मेहं णहं मणुस्सं वा, (भा.र.) ९६ मूला तह भूमिरुहा विरुहा (सं.प्र.) १२०९ मेडंभो मिगतन्तू, मेहच्छीरं (दे.ना.) ६०१ मेहं पिवीलियाओ हणंति (सं.प्र.) ११९६ मूलादिसु पुण अहिगत- (पंचा.) ७६४ मेत्तादिसुगुणपगरिसम- (ध.सं.) २३१ मेहकुमारं अभयं महामुणि (स.म.) १८ मूलारकि सवण ससि, (ज्यो.) १८६ मेत्तादी सत्ताइसु जिणिंद- (पंच.) १६७३ मेहकुमारो १ एत्थं (उ.प.) २६३ मूला वइरमया से, कंदो (बृ.क्षे.) २८४ मेदमूत्रपुरीषाद्यै, (गाथा.) ५९३ मेहकुमारो नामं
(उ.प.) २६५ मूलुच्छण्ण-भमिय- (दे.ना.) २६६ मेधामतिपरिहीणावि (ध.सं.) १४ मेह पिवीलिय उवहणइ, (बा.बो.) १९ मूलुत्तरकम्माणं
(पं.सं.) ८२८ मेयज्ज दढपहारी सुदंसणो (क्षान्ति) ६ मेहमहियारयाईछने (प्रत्या.) ८६ मूलुत्तरगुणपडिसेविणो (द.कु.) ८ मेयवसरेयमलमूत्त-पूरियं (उ.चि.) ३१८ मेहमिव गुलगुलितं (धूर्ता.) २० मूलुत्तरगुणपडिसेविणो य (चै.कु.) ८ मेरुअह १ उड्ढलोया (सप्त.) १०१ मेहम्मि वड्डवासो, मुअम्मि (दे.ना.) ६५७ मूलुत्तरगुणरूवस्स ताइणो (पंचा.) ७५८ मेरुगिरिकणयदाणं (दा.मा.) ९३ मेहाइच्छण्णेसुं उभओकालं (पंच.) १४०१ मूलुत्तरगुणविसयं, (पु.मा.) ३६७ मेरुगिरिकणयदाणं (र.सं.) ४९४ मेहाण जलं चंदस्स चंदणं (र.सं.) ४६९ मूलुत्तरगुणविसया, (सं.श.) ६० मेरुगिरिकणयदाणं, (गाथा.) १४२ मेहा हुज्ज न हुज्ज व, (पु.मा.) २८ मूलुत्तरगुणविसया (प्र.सा.) ७२९ मेरुगिरिम्मि तियसाहिवेहिं (उत्सू) २० मेहा होज्ज न होज्ज (चं.प.) ९० मूलुत्तरगुणविसया पडिसेवा- (सं.प्र.) ७५८ मेरुदुर्ग पि तह च्चिअ (ल.क्षे.) २२८ मेहुणनराणित्थीणं (मा.बं.) ३० मूलुत्तरगुणसद्धो सव्व- (सं.प्र.) ६५१ मेरु मूले दसिगार (सू.प्र.) १४ मेहुणसण्णारुढे पासंति (आ.अ.)५२ मूलुत्तरगुणसुद्धं थीपसुपंडग- (पंच.) ७०६ मेरुम्मि कमो उडुघट्टणं (वि.ण.) १२५ मेहुणसण्णारूढो, नव (गाथा.) ३२९ मूलुत्तरगुणसुद्धं थीपसुपंडग- (प्र.सा.) ८७४ मेरुवणं मज्झेणं, (बृ.क्षे.) २४९ मेहुणसन्नारूढो, नवलक्ख (सं.सि) ८६ मूलुत्तरपगइगतो (कर्म.) १४६ मेरु व्व णिप्पकंपं (आरा.३)२८ मेहुणसन्नारूढो, नवलक्खं (शी.उ.) २३ मूलुत्तरपगइगयं (कर्म.) ४१९ मेरु व्व तुंगाइँ सतोरणाइं (मू.शु.) २८ मेहुणसन्नाविजएण पंचपरि- (वि.वि) २१४ मूलुत्तरपगईणं,
(पं.सं.) २३३ मेरु व्व निप्पकंपा (आरा.१)७८२ मेहुण सेवणि जाहँ (बा.बो.)९२ मूलुत्तरपगईणं
(पं.सं.) ४३३ मेरु व्व निप्पकंपा (आरा.२)७३९ मेहुन्नं पि हु दुविहं, (हि.उ.) ४१९ मूलुत्तरपगईणं
(पं.सं.) ८३८ मेरु व्व निप्पकंपा पासंडिय- (म.कु.) २० मेहुन्नस्सऽइआरो कर- (पंच.) ६५९ मूलुत्तरपगईणं (कर्म.) २४ मेरुव्व समुत्तुंगं,हिम- (दं.प.) १६ मेहे रवितेयसमा सुराण
महरावतयसमा सुराण (र.प.) ४६ मूले कंदे नाले तं (ल.क्षे.) ३८ मेरुस्स तिन्नि कंडा, (बृ.क्षे.) ३१२ मोएइ अप्पमत्तो परहिअ- (पंच.) १३५२ मूले दस एक्कारसभागा (सि.सा.)३२ मेरुस्स मज्झकारे (जो.प.) ३१५ मोक्खंगपत्थणा इयण (पंचा.) १८० मूले दस बावीसे, रुंदो (बृ.क्षे.) ५८४ मेरुस्स सरिसवस्स य, (सं.सि) ४४ मोक्खत्थिणा तओ इह (पंचा.) ३५९ मूले पणनउय सया, (बृ.क्षे.) ५४६ मेरुस्स सरिसवस्स व, (दं.प.) ८१ मोक्खत्थिणो हु तुब्भे (न.सू.) ५३ मूले बत्तीस सए, बत्तीसे (बृ.क्षे.) ४२६ मेरूओ पन्नासं, दिसि (बृ.क्षे.) ३२१ मोक्खद्धदुग्गगहणं एवं (पंचा.) ११० मूले मज्झुवरिम्मि (सि.सा.)३५ मेरू चउणउइसए, (बृ.क्षे.) ५५७ मोक्खपहसामियाणं मोक्खत्थं (पंचा.) ३४९ मूले मज्झे उवरिं, (बृ.क्षे.) ३४९ मेरू चउणउइ सए, मेरुस्सु- (बृ.क्षे.) ६३६ मोक्खमग्गं समल्लीणा (मू.शु.) ८९
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