Book Title: Prakrit Padyanam Akaradikramen Anukramanika 02
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
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न च तत्तियमितेणं,
न य तत्तियमित्तेणं,
न य तम्मि देस-काले
न य तस्स तन्निमित्तो
न य तस्स लक्खणं
न य तस्स लक्खणं पंडुरं
नय तस्सवि गुणदोसा नय तह दूमेणं नय तित्थाउ अणंतरपरंपरा "न य तेसि पि ण वयणं नय दीणया, न सोगो, न य दुकरं पि अहिगारिणो
न य धम्मम्मि पमाणं
न य तयरि-जणवएसुं,
न य तस्स इमो भावो
न य तस्स तं ण रूवं कारण - (ध.सं.)
न य तस्स तन्निमित्तो,
नय धम्मम्मि पमाणं नयन घडइ बज्झत्थो नयनजसो दियो, नयने (रे) सु सयं (य सं) वुच्छो नय पडकू नय पडिकूलेयव्वं वयणं
नय पणमइ सो पुरिसो न य पत्थिया वि लब्भइ, न य परिहायड़ कोई
(हि.उ.) १११ (आरा. २) ४८८
नय पुण पडिमुप्पायणनय बाहगं पमाणं इमस्स न य बाहिज्जइ हरिसेहि नय बाहिरओ भावो नयभंगप्पमाणेहिं, जो
न य भगवता वि वत्थं न य भणिअमियं वइरो नय भयवं अणुजाण नय भावमंतरेणं तत्थ न य मज्झ कोइ दोसो,
न व मुंडिएन समणो, नय मुंडिएण समणो न नयरं पियरो माया नामाई नयरम्मि खिइपट्टे चउरो नयर रह चक- पउमे, चंद्रे नगराइए पेप्पइ बसही नयरक्खिय भावे य नयरी विणीय १ उज्झा न य वच्चमभिग्राहियं
(हि.उ.) ३३२ (वि.वि) ३७५
४२३ (हि.उ.) ४६९ (श्रा.प्र.) २२४
(ना.वृ.) ५
(ना. प्र) ५ (वि.वि) ३० (जी.प्र.) ११ (प्र.प.) ६६९ (स्त.) १३२ (आय. १) २५२ (सु.सि.) ३१
(ना. प्र) ४४
(ना.वृ.) ४४ (ध.सं.) ७०९ (उव.) २०७ (ध.मा.) १३२ (आय. १) १२९ (नू.ग.) ११
(प्र.कु. २) ६ (चे.म.) ७७२ (आय. १) ६६०
(ना.वृ.) १४ (वि. सा.) ५३६ (ऋषि) ५१ (सं.श.) २ (प्र.सा.) ८७८ (भ.भा.) १४३
न
न य वत्तव्यं पढमो, कस्सु न य वायामित्तेण वि
(एक.) ६ (प्रत्या) २१९
(चे.म.) ७१९ (प्र.प.) ७०० नयवाल- कासमीरा कामरुया (धातू.) ५१ नयवाल कासमीरे चीणे (र.प.) ९५ नयवाल- कासमीरे मियणाही (धातू.) ५२ नयविक्रमसालितं लज्जालु (सा.उ.) ९ न य विवरीएणेसो किरिया (वि.वि) २३३ (पु.मा.) ३११
( आरा. १) ६६४
नय विहवेणुवसमिओ,
न य विहवेणुवसमिओ
न य संकेइगतुल्लं एवं
नय संगरबीयाओ
(प्रत्या.) ४३ (सं.दो.) १३९ न य संतोसं पत्तो (चं. प.) १६३ नयसंपुण्णधणोहो सियार (सं.प्र.) १०३२ न य संसारम्मि सुहं जाइजरा - ( श्रा. प्र. ) ३६० न य सइ तसभावम्मि थावर - (श्रा. प्र.) १३२
न य सक्कइ पव्वज्जं जइ
न य सव्वहेतुल्लं भव्वत्तं
न य सव्वा सव्वं चिय वहेइ (श्रा.प्र.) २१२
(पंच.) ५२६ (र.कु.) २२
न य सामाइअमेअं बाहइ नयसारो ववहारो उदारभावेण नयसाये १ सोहम्मे
(ज. प्र. ) १२ (ध.सं.) ३३९ (भ.भा.) ५२७ (स.सू.) ५० (सं.श.) १२
(ध.सं.) ११२७ नरए जीय? दुस्सहवेषणाद, (वि.प.) ९७ नरए संखे बेसो, एतो
(स्त.) १०५ (ध.सं.) ९७८ (च.क्ष. ) ३६ (ना. प्र) १४
नरए अ उववन्नो, नरएस जाई अइकक्खडाईं | नरएसु पढमपुढवी, नरएस पत्रवीस, छव्वीस
|
सत्तसु
नरएसु य उववन्नो, नरएसु य तिरिएसु य, नरएसु वेयणाओ, अणो
नरएस वेयणाओ अणोवमाओ नरएसु वेयणाओ सीनरपसु सुदुस्सहवेषणाओ
नरएस सुरवरेसु य, जो नरखितदीहकमलो दिसा
नय सुहममुहरसेव उ न य सो उवलद्धिलक्खण
न य सोऊण पयत्थं जं न य सो हवेज्ज नियमा न य होइ संजओ वत्थ
(सप्त. ) ३१ (ध.सं.) ९०८ (ध.सं.) ६९० (भ.सं.) ८७७ (घ.सं.) ४१४ ( आरा. २) ६५२
न यागमं पमोत्तूणमन्नं
( मू.शु.) ५४
न या वि तब्भासियभूरिभेय - ( द्वा.कु.) १/६ नरअणुपुव्वि विणा वा, नखगुणतीस तीसा
(आय. ४) ४२ (वि.वि) ७७
૨૩૨
(क-२) ३४ (स.भा.) ७७
(ध.कु.) १७
(जै. दी.) ४२३ (च.क्ष.) ३ (उव.) २७९ (जी.सं.) १०१ (योनि) ११ (खा.कु.) २
नर नेरड्या देवा, सिद्धा (श.भा.) २८७
(श.भा.) ३१२ ( स.भा.) ११५
( क - ४) २५ (क.प्रा.४) ३६
(न.त.) ४६
( नव. ४) ८८ (र.सं.)
(क. प्रा. १) ३२ (वै.श.) ६१ (आग. १) ८४३ (आरा. २) ७५८
नरगहजोगं तित्थेण नरगइजोग्गं बंधतयस्स | नरगइपणिदिजाई तसबायर - नरगइ पणिदि तस तणु, नरगइपणिदितसतणुनरनरगइ पणिदि तस भव, नरगइपणिदितसभव्यनरगई पणिदी तस भव
नरगगईजोगं चिय नरदुगं तज्जोगियविसुद्ध नरमदुर्ग तिरियदुर्ग नरगदुगं नरयाउं देवाउं नरगपुढवीसु सत्तसु एगुण नरगाइ मंस - रुहिराइ, नरगाउं बंधती तज्जोगकि' नरगाउबंधविरहा अनंतर नरगे उववन्त्रेणं अन्नुन्नं नरगे उववन्नेणं अन्नोन्नं नरजम्मसमुप्पत्ती चउदसनरतसपर्णादिसुक्का, नरतिगसुराठउसभ नरतिदिववेरिमित्ते
नरतिरिअसंखजीवा, जोइस नरतिरिअसंखजीयो
नर तिरि असंख जीवी, नर तिरिअसंखजीवी, | नरतिरिउदए नारयबन्धनरतिरि एगुणतीसा नर- तिरिएहि य लोगो
नरतिरियजुग्ग मिच्छाइ नर- तिरियाणं छप्पिय नरतिरियाण छप्पिय, हवंति
|
नरतिरियाण तिपल्लरसंते
नरतिरिसुराउमुच्चं नरत्ते आरियं खित्तं, | नरदिक्खदोस अट्ठा-रसेव
| नर-नरय- तिरिसुराइसु| नरनरवइदेवाणं जं सुक्खं नरनरवइदेवाणं, जं सोक्खं नरनाहगिहे संखं बुद्धिकरं नरनाह सम्मयाणं, सम्माणं ( जी.प्र.) ७८ |नरनिरयतिरियसुरगणसंस्वारि
नर १ नेइया २ देवा
(उब.) २७४ (वै.र) ११
| नर नेरइया देवा, सिद्धा
१०५
(श.भा.) ५९७
(श.भा.) ४५१
(श.भा.) ९२६
(श.भा.) ९५१ (प.स्था.) ११ (षट्) ८३ (श.भा.) ५७६ (श्री. प्र.) १३७ (प.आ.) १८०
(आय. १) ४०९ (श्रुता.) १२६ (क.सं.) ३०
(क. प्रा. ३) ११ (सं.मा.) २४ (वै.दी.) २४७
(प्र.सा.) १११४ (जै.दी.) ३९८
(बृ.सं.) १५० (पं.सं.) ९४४
(स.भा.) १३६
(जी. स.) १९८ (स.भा.) ७४
(जी.स.) ५० (जै.दी.) २६६
(कर्म.) २१३ (सू.सा) ४४
(प्रमा.) ३
(गु.ष.) २२
(द्वा.कु.) ४ ३ (जी.प्र.) २६ (ध.कु.) १
(धातू) ३५
(हि.उ.) ३३१
(सं.प्र.) १३६३
(प्र.पा.) ३५ (वि.पं.) ४०
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