Book Title: Poojan Vidhi Samput 09 Bhaktamar Mahapoojan Vidhi Sarvatobhadra Tijaypahutta Mahapoojan Vidhi
Author(s): Maheshbhai F Sheth
Publisher: Siddhachakra Prakashan

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Page 8
________________ यंत्र पर प्रेशर, पुष्प भ.... मांडला उपर लीतुं नारियेस, यमेलीनुं तेल, डेशर, भसुघ्नुं ईल. એ મંત્ર બોલી ક્ષેત્રપાલની અનુજ્ઞા કરવી. સૌ આરાધકોને રક્ષા પોટલી આપવી. નિયમ ધારણ કરી મંત્ર બોલ્યા બાદ રક્ષા પોટલી બાધવી સાત વાર નીચેનો મંત્ર બોલી સરસવ રક્ષા મંત્રવી. ॐ हूँ (दुं धुँ फुट् किरिटि किरिटि घातय घातय, परकृतविघ्नान् स्फेटय स्फेटय, सहस्त्रखण्डान् कुरु कुरु, परमुद्रां छिन्द छिन्द, परमन्त्रान् भिन्द भिन्द हूँ क्षः फुट् स्वाहा ।। ॐ नमोऽर्हते रक्ष रक्ष हूँ फुट् स्वाह ।। ए मंत्र बोलीने पूजन करनाराओने हाथे राखडी बांधवी। ॐ ह्रीँ अर्ह श्री आदिनाथ स्वामिन् अत्र मेरूनिश्चले वेदिकापीठ तिष्ठ तिष्ठ ठः ठः स्वाहा ।। ए मंत्र बोली जे पीठ उपर श्री आदिनाथ भगवंत स्थापन कर्या छे ते पीठने हस्तस्पर्श करवो । ॐ ह्रीँ अर्ह आदिनाथाय नमः ।। ए मंत्र बोली आदिनाथ भगवंतने हस्तपर्श करवो । હાથમાં કુસુમાંજલી લઈને परमेश्वर! परमेष्ठिन्! परमगुरो ! परमनाथ परमार्हन् ! । परमानन्तचतुष्टय! परमात्मस्तुभ्यमस्तु नमः । आ श्लोऽ जोली यंत्र पर सुभांति ईरवी, पछी शक्रस्तव नमुत्थुणं स्तोभ लावु - ४

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