Book Title: Parichay Patra Author(s): Rupchand Jain Publisher: Antarrashtriya Jain Sammelan View full book textPage 5
________________ नियमावली नाम-इस संस्था का नाम “अन्तर्राष्ट्रीय जैन सम्मेलन" रहेगा। प्रधान कार्यालय-इस सम्मेलन का प्रधान कार्यालय कलकत्ता में रहेगा तथा यह संस्था विश्व की सभी जैन एवं अहिंसाप्रधान संस्थाओं से सम्बन्धित रहेगी। इसके अतिरिक्त इसकी देश-विदेश में भी अनेक शाखायें होंगी। विभाग-इस सम्मेलन के अन्तर्गत अनेक विभाग होंगे जो इस संस्था के कार्यों की देख-भाल किया करेंगे। वे विभाग निम्नलिखित होंगे: १-प्रचार-विभाग २-प्रकाशन-विभाग ३-शिक्षा-विभाग ४-पुस्तकालय-विभाग ५-सेवा-विभाग ६–राजनैतिक-विभाग ७-संगीत-विभाग ८-पुरातत्त्व-विभाग है-सञ्चालन-विभाग १०-आर्थिक-विभाग Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.comPage Navigation
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