Book Title: Parichay Patra
Author(s): Rupchand Jain
Publisher: Antarrashtriya Jain Sammelan

View full book text
Previous | Next

Page 38
________________ (८) अपनी माट्य तथा संगीत मण्डली द्वारा विदेशो में भी धर्म प्रचार करवाना। (६) प्रत्येक सांस्कृतिक कार्यक्रमों को सफलता के साथ सञ्चा लित करना। (१०) बार्षिक रिपोर्ट तथा वार्षिक बजट तैयार करवाकर कार्य कारिणी समिति के समक्ष प्रस्तुत करना। (११) बजट के अनुसार ही खर्च करना। (१२) उच्च कोटि के संगीत व नाटक तथा अन्य बिषय जो इस विभाग से सम्बन्धित हो, लिखवाकर प्रकाशन विभाग को सौंप देना। (१३) आय व्यय का हिसाब तैयार करवा कर अर्थ विभाग को · सौंप देना। उप संगीत मन्त्री निर्वाचन एवं पद त्याग :-सम्मेलन के संविधान के अनुसार ही उप संगीत मन्त्री का निर्वाचन होगा तथा उसी संविधान के अनुसार उप संगीत मन्त्री पद त्याग भी कर सकेगा। कार्य एवं अधिकार :-सम्मेलन के संविधान के अनुसारउप संगीत मन्त्रीके निम्नलिखित कार्य एवं अधिकार होंगे:(१) संगीत मन्त्री की अनुपस्थिति में संगीत विभाग से सम्ब धित सभी कार्यों की सञ्चालन करना। (२) संगीत मन्त्री की बावश्यकता के समय सहायता करना। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

Loading...

Page Navigation
1 ... 36 37 38 39 40 41 42 43 44