Book Title: Parichay Patra
Author(s): Rupchand Jain
Publisher: Antarrashtriya Jain Sammelan

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Page 41
________________ (( ही ) (१) सम्मेलन के समस्त विभागों के कार्यो का प्रबन्ध करना । (२) सम्मेलन की समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति करना । (३) आवश्यकता के समय सम्मेलन के किसी भी विभाग की सहायता के लिये प्रधान मन्त्री को सूचित करना । (४) समस्त तीर्थ स्थानों, औषधालयों, धर्मशालाओं आदि की आवश्यकताओं की पूर्ति करना । (५) उत्सव, त्यौहार, जुलुस आदि के कार्यों का प्रबन्ध करना । (६) योग्य कर्मचारियों की नियुक्ति करना । (७) वार्षिक बजट एवं वार्षिक रिपोर्ट तैयार करवाकर कार्य कारिणी समिति के समक्ष प्रस्तुत करना । ( ८ ) आय व्यय का हिसाब तैयार करवा कर अर्थ विभाग को सौंप देना । उप संचालन मन्त्री निर्वाचन एवं पद त्याग :- सम्मेलन के संविधान के अनुसार ही उप संचालन मन्त्री का निर्वाचन होगा तथा इसी संविधान के अनुसार उप-संचालन मन्त्री पद त्याग भी कर सकेगा । कार्य एवं अधिकार : सम्मेलन के संविधान के अनुसार उपसंचालन मन्त्री के निम्नलिखित कार्य एवं अधिकार होंगे : :- 17 (१) सवालन मन्त्री की अनुपस्थिति में सम्मेलन के सभ्वालन विभाग से सम्बन्धित समस्त कार्यों का प्रबन्ध करना । }, Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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