Book Title: Parichay Patra
Author(s): Rupchand Jain
Publisher: Antarrashtriya Jain Sammelan

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Page 37
________________ (१) शासन मन्त्री की अनुपस्थिति में सम्मेलन के शासन विभाग से सम्बन्धित समस्त कार्यों का सञ्चालन करना । (२) शासन मन्त्री के कार्यों में सहायता प्रदान करना । संगीत मन्त्री - निर्वाचन एवं पद त्याग :-सम्मेलन के संविधान के अनुसार ही संगीत मन्त्री का निर्वाचन होगा तथा इसी संविधान के अनुसार संगीत मन्त्री पद त्याग भी कर सकेगा। . कार्य एवं अधिकार :-सम्मेलन के संविधान के अनुसार संगीत मन्त्री के कार्य एवं अधिकार निम्नलिखित होंगे:(१) संगीत विभाग से सम्बन्धित सभी कार्यो का सञ्चालन करना। (२) संगीत मण्डली द्वारा प्रचार कार्य में सहायता देना। (३) आधुनिक तथा प्राचीन संगीत की सहायता से उच्च कोटि - के संगीत तैयार करवाना। (४) बच्चों को संगीत शिक्षा देने की व्यवस्था करना । .. (५) धार्मिक तथा सामाजिक उत्सवों पर संगीत द्वारा धर्म प्रचार करवाना। (६) सम्मेलन से सम्बन्धित अन्य संगीत मण्डलियों के कार्यो * की देख भाल करना तथा आवश्यकता के समय सहायता करना ।। (७) आदर्श नाटक उपस्थित कर समाज के प्रत्येक व्यक्ति के अन्दर धार्मिक भावना को प्रोत्साहित करना। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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