Book Title: Parichay Patra
Author(s): Rupchand Jain
Publisher: Antarrashtriya Jain Sammelan

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Page 34
________________ ( ३२ ) (५) अहिंसा सेवा दल के सदस्यों को पूर्ण रूप से सेवा सम्बन्धी शिक्षा देना तथा उनको अनुशासन के साथ योग्य नागरिक बनाना। (६) वार्षिक बजट तथा बार्षिक रिपोर्ट तैयार करवाकर कार्य कारिणी समिति के समक्ष उपस्थित करना । (७) वार्षिक बजट के अनुसार ही खर्च करना । (८) सम्मेलन से सम्बन्धित दूसरे सेवा संगठनों का निरीक्षण करना तथा आवश्यकतानुसार उनके संगठनों में परिवर्तन करवाना () धार्मिक,राजनैतिक, सांस्कृतिक तथा वार्षिक अधिवेशन या उत्सवों के अवसर पर स्वयंसेवकों के कार्यों का सुसंगठित रूप से बँटवारा करना जिससे किसी भी कार्यक्रम को सफलतापूर्वक मनाया जा सके। (१०) धार्मिक त्योहारों के अवसर पर नागरिकों का पथ प्रदर्शन करना तथा नागरिकों की हरेक प्रकार से सहायता करना। उप सेवा मंगी निर्वाचन एवं पद त्याग-सम्मेलन के संविधान के अनुसार ही उप-सेवा मंत्री का निर्वाचन होगा, तथा इसी संविधान के अनुसार उप-सेवा मंत्री पद त्याग भी कर सकेगा। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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