Book Title: Param Urjano Pavitra Parichay
Author(s): Sanyambodhivijay
Publisher: Jainam Parivar

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Page 54
________________ 1860% अमानवीनती जनावार 89a9e વીશાદશાવાથવા પદો सिद्धपदर प्रवचनपद ३ विंशतिस्थानकचित्र उपाध्यायपद स्थविरपद माधुपद जंजिर्णाह पवइयं तमेव निर दर्शनपद -विनयपद २० अवधि ज्ञान जानपद चारित्रपद४४ तपपद क्रियापद बह्मवर्यपट अभिनवपद १४ यमपट१७ जिनपद६ पर्व जन्म मे तीर्थकर माने सर्वोतमकोटिकावरीयपन प्राप्ति में

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