________________
UMinaaya
M
PRI
माशरफ़ इख़तिसास याफ़ता हक़ीक़त व खुदा तलबी ओ ब ज़हूर पैवस्ता बूद । ओरा मशगूल मराहिम शाहंशाही फ़रमूदैम । मुशारन् इले है इल्तिमास नमूद कि पेश अर्जी हीरविजयसूरि सागर शरफ़ मुलाज़िमत् दरियाफ्ता बूद । दर हरसाल दोवाज़दह रोज़ इस्तदुवा नमूदा बूद कि दरां अय्याम दर मुमालिके महरूसा । तसलीख़ जाँदारे न शवद । व अहदे पैरामून मुर्ग व माही अमसाले आँ न गरदद |
व अज़रूय मेहरबानी व जाँ परवरी मुल्तमसे ऊदर क़बूल याफ्त । अकनू | उम्मेदवारम् कि यक हफ़्तै दीगर ईं दवागोय् मिस्ले आँ हुक्मे आली शरफ़ सुदूर याबद् । बिनाबर उमूम राफ़ त हुक्म फ़रमूदैम् कि अज़ तारीखे नौमी ता पूरनमासी अज़ शुक्ल पछ असाढ़ दर हर साल तसलीख़ जाँदारे न शवद् । व अहदे दर मक़ाम आज़ार जाँदार... मोरे न गरदद । व अस्ल ख़ुद ऑनस्त कि चूँ हज़रते बै चूँ अज़ बराए आदमी चंदी न्थामतहाय गूनागू मुहय्या करदाअस्त । | दर् हेच वक़्त दर् आज़ार जानवर न शवद् । व शिकमे ख़ुदरा गोर हैवानात न
साजद । लेकिन बजैहत् बाज़े मसालह दानायान पेश तजबीज़ नमूदा अंद । 1 दरीविला आचार्य जिनसिंहसूरि उर्फ मानसिंह ब अरज़ अशरफ अक़दस । रसानीद् कि फ़रमाने कि क़ब्ल अर्जी बशरह सदर अज़ सुदूर याफ्ता बूद गुम
शुदा । बिनाबरी मुताबिक़ मज़मून हुमा फरमान मुजद्दद फ़रमान मरहमत | फ़रमूदैम । मे बायद् कि हस्बुल मस्तूर अमल नूमदा ब तक़दीम रसानंद। व अज़
फ़रमूदह तख़ल्लुफ़ व इनहिराफ़ नवरजंद । दरी बाब निहायत एत हमाम व । कदगन् अज़ीम लाज़िम दानिस्ता तग़झ्युर् ब तबदुल बक़वायद आँ राह न दिहंद । तहरीरन् फ़ीरोज़ रोज़ सी ब यकुम माह खुरदाद् इलाही सन् ४९।।
(१) "ब रिसालए मुकर्रबुल हज़रत स्सुलतानी दौलत खाँ दर चौकी (उमदे उमरा)
(२) जुबूदतुल आयान राय मनोहर दर नौबत वाक़या नवीसी खाजा लालचंद।
जोधपुर निवासी मुंशी देवीप्रसादजीन इस का अनुवाद हिन्दी में इस तरह किया है: .
फ़रमान अकबर बादशाह गाज़ी का। "सूबे मुलतान के बडे बडे हाकिम, जागीरदार, करोडी और सब मुत्सद्दी (कर्मचारी) जान लें कि हमारी यही मानसिक इच्छा है कि सारे मनुष्यों और
य
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org