Book Title: Karmagrantha Part 5 Shatak
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
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पूज्य गुरुदेवश्री जी की दीक्षा तिथि (अक्षय तृतीया) के उपलक्ष्य पर आपके परिवार की तरफ से "कर्मग्रन्थ " भाग-५ के प्रकाशन का सम्पूर्ण व्यय प्रदान किया गया है ।
ज्ञान-प्रसार के लिए आप द्वारा प्रदत्त सहयोग के प्रति संस्था हृदय से आभारी है ।
आपके सुपुत्र श्री एम. प्रेमचन्द जी तथा एम. भीकमचन्द जी भी पिताश्री के आदर्शों के अनुरूप जीवन को उन्नत बनाते हुए समाज सेवा में सतत सहयोगी रहते हैं ।
आपकी चार सुपुत्रियां - श्रीमती भंवरीबाई, श्रीमती उगमाबाई, पुप्पाबाई एवं सरसाबाई आदि सभी परिवार देव गुरु-धर्म की आराधना में संलग्न है ।
आपका प्रतिष्ठान है
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