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(१७) बछादि कुटुंध युतेन पितृव्य सा. चांपा अयोधं सुमति नाथ विवं कारितं प्र. तपा श्री सोम सुन्दर सूरि श्री मुनि सुन्दर सूरि पढे श्री रत्न शेखर सूरिमिः।
. बडा मन्दिर श्रीपार्श्वनाथजीका ।
सभा मण्डप।
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ॐ नमो भगवते श्री पार्श्वनाथाय नमः ॥ संवत १८५८ वर्षे माह सुदि ५ शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथी सोम वासरे राठउड़ वंशे राउत श्री उदयसिंह श्री वाक पत्राका नगर- . - राज्ये कुपा - श्री त्रां-कीय सहिभिः ॥ श्री विधि पक्ष मुख्यामिधान युग प्रधान श्री पता श्री धर्म मूर्ति सूरि अंचल गच्छीय समस्त श्री संघमें शांति श्रेयोर्थ श्री पार्श्वनाथ प्रासाद कारितः।
पञ्च तीर्थियों पर।
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सं० १९०३ माह बदि ५ शुक्रे श्री उदयपुर नगर वास्तव्य श्री सहस्र फणा पार्श्वनाथजीकी धरिसातांता संघ समस्त मीणक बाई श्री शांतिनाथ पज तीर्थ कारापित तपा गच्छे पं० रूप विजय गणिभिः प्रतिष्टितं च ।
दुसरा मंदिर।
(1) संवत १५४० वर्षे जेष्ठ सुदि १० सोमे श्री श्री माल ज्ञातीय पितामह रा. बस्ता पितामही कोल्हणदे सुत पित स० पक्षा मात राजयोथै सुत सं० सहसा सागा सहदे