Book Title: Jaina Inscriptions
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Puranchand Nahar

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Page 298
________________ ( २०१ ) डोया सा० संग्राम सुन सा० सलषण सुत सा० तेजा मार्या तेजल दे तयोः पुत्रा सा. दीडा सा० बीमा सा० भूरा सा० काला सा० गांगा सा• डीडा सुत सा० नाग राज सा० काला सुत सा० पासा सा० जीव राज सा० जिणदास सा० तेजा द्वितीय भ्राता सा० नर सिंह भार्या कउनिग दे तयोः पुत्री सा. पास दत्त सा० देव दत्त श्री जीराउला पाश्र्श्वनाथ to चे देहरी ३ का पिता श्री देव गुरु प्रसादात् प्रवर्द्ध मान भद्रं मांगलिकं भूयात् ॥ ( 974 ) ओं ॥ सं० १४८३ वर्षे भाद्रवा वदि ७ गुरु कृष्ण पक्ष श्री सपा गच्छ नायक श्री श्री देव सुंदर सूरि पदे श्री सोम सुंदर सूरि श्री मुनि सुंदर सूरि श्री जय चंद्र सूरि श्रो भुवन सुंदर सूरि उपदेशेन श्री कल वर्ग्रा नगरे कोठारी बाहउ सामत से नाने को नरपति AT. देमाई पुत्र सं० उकदे पासदे पूनसी मना श्री उसबाल ज्ञातीय कदारीया गोत्र श्री जीराउला भुवने देव कुलिका कारापिता ॥ शुभं भवतु ॥ श्री पार्श्वनाथ प्रसादात् ॥ कटारिया गोत्र वरं महीयं नासु पिता मे जननी माई | श्री सोम सुंदर गुरुगुरव श्रदेयाः श्री छालज मंडन मात्र शालं ॥ १u ( 975 ) ओ ॥ सं० १४८३ वर्षे भाद्र वदि ७ गुरु दिने कृष्ण पक्षे श्री सपा गच्छ नायक श्री देव सुंदर सूरि पट्ट े श्री सोम सुंदर सूरि श्री मुनि सुदर सूरि श्री जयचंद्र मूरि श्री भुवन सुंदर सुरि श्री उपदेशेन श्री कलवग्रां नगरे श्री उसवाल ज्ञातीय सा० घणसी संताने सा० जयता भा० वा० तिलक सुत सं० समरसी सं० मोषसी श्री जीराउला भुवने देवकुलिका कारापिता । शुभं भवतु । श्रीपार्श्वनाथ प्रसादात् । ( 976 ) यों ॥ सं० १४८३ वर्षे प्राद्रवा वदि ७ गुरु दिने कृष्ण पक्षे श्री सपा गच्छ नायक श्री देव सुंदर सूरि पट्टे श्री सोम सुंदर सृषि श्री मुनि सुदर सूरि श्री जयचंद्र सूरि श्री भुवन

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