Book Title: Jaina Inscriptions
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Puranchand Nahar
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लेखांक ज्ञाति-गोत्र
लेखांक ९७९, १७२
__ECE गोत्र ( ज्ञाति, वंशादि उल्लेख नहीं है।
१०
ज्ञाति-गोत्र मुंडतोड रोहदिया वायडा वार्सिदीपा सयला माल्हण मोट
उजावल
८८०
उसभ
५४३, 99,८६३
ओष्ट
७१५
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राजपूत
५६७ ८०५
काड गोठी घोग्वहांश जलहर डोमी दृतार धांध फमला
चाहमान
नौलुक्स
मिश्रृज २६१ मुहता
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प्रनिहार गठउड सोलंकी लघुशाखा बघेरवाल [ गोत्रा राय भंडारी शंववाल शानापति पंडरेक सीढ
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२२८. . गउन्या वरही
रहुराली (!) वणागीआ वपुगणा तुढिला वालिडिवा
श्रवाणा 980 परवड
पाटगा । मंग्ववालेचा
१.२ १०१
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हुबड [गोत्र गंगा मंत्रीश्वर रजीप्राण
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