Book Title: Jaina Inscriptions
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Puranchand Nahar
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संवत्
लेखांक संवत्
लेखांक
नाम महुकर गच्छ।
धनप्रम सू० यशसूरि गच्छ।
१२४२
रुद्रपल्लीय गच्छ।
देवसुन्दर सू० मोमसुन्दर मू
८३३३८३४
९.
नाम विधिपक्ष गच्छ।
অষয়াৰ সু वृद्धपोसल गच्छ।
आनंदमोम सू० वद् गच्छ।
पं० पनवन्द्र गणि शातिप्रभ मू० जयमङ्गल सू विनयचंद्र : अमरप्रभ म प्रम स. हेमचन्द्र मल महेंद्र म रक्षाकर म.
महेन्द्र म.. सरवाल गन्छ।
१४३१४४
७३४ १४३३
१५६६
गुणग्नुन्दर सू० सगुणप्रभ भायतिलक म०
८७२
'.०१ १५० ४८. १४३
"
0
लपकगच्छ।
"
११२५
उसागरचंद्र गणि १४१५० अजयराज स०
१८४२० .
१९३३
संरक गच्छ।
१७१८
सुमति मूरि
अमृचंद्रमा
१६८१६० १५१० विजय गच्छ।
मुमतिसागर सू शांतिसागर स. १६७३४
१३१६ ३६४३६६३८३९३७२
३७६७८१३८०३८।१००० विद्याधर गच्छ।
१४१२ उदयदेवमा हमाम मा
१६८१४६
शांतिम सुमनि म शांति म
१५८
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