Book Title: Jain Tattvagyan Ki Ruprekha
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 6
________________ अर्थ सहयोगी प्रस्तुत पुस्तक के प्रकाशन में गुरुभक्त उदार हृदय सुश्रावक लाला त्रिलोक चन्द जी जैन ने अर्थ सहयोग प्रदान किया है तदर्थ हम उनके आभारी आपका पता हैलाला त्रिलोक चन्द जैन २४/४ मैन रोड, शक्ति नगर दिल्ली ७

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