Book Title: Jain Tattva Darshan Part 07
Author(s): Vardhaman Jain Mandal Chennai
Publisher: Vardhaman Jain Mandal Chennai

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Page 45
________________ और अन्य प्रकार के कोल्ड ड्रिंक्स पीने से शरीर में केल्शियम की कमी पैदा होती है, जिससे हड्डियों का विकास अवरुद्ध हो जाता है । ब्रिटिश अखबार संडे टाइम्स में प्रकाशित अध्ययन में ये शीतपेय पीने वालों की हड्डियों की संरचना पर अध्ययन किया गया, उसमें 10 दिन तक नित्य ढाई लीटर कोल्ड ड्रिंक्स पीने के लिए कहा एवं अन्य व्यक्तियों को दस दिन तक नित्य ढाई लीटर दूध पीने के लिए कहा गया, तो जिन लोगों ने 10 दिन में कोल्ड ड्रिंक्स का उपयोग किया था, उनके शरीर में केल्शियम की कमी पाई गई । " एक विश्लेषण के अनुसार 300 मि.ली. की कोल्ड ड्रिंक्स की एक बोतल में न तो प्रोटीन होता है औन न विटामिन ए, अनेकों देशों में तो इन विषैले रसायनों के कारण कोल्ड ड्रिंक्स की बोतलों पर बालकों के लिए नहीं" ऐसी चेतावनी लिखी हुई होती है। इसी प्रकार मेक्सिको में भी " गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए नहीं " ऐसा लिखा हुआ है । दूसरी एक चौका देने वाली बात यह है कि इन में ग्लिसरॉल भी मिश्रित होता है, यह पदार्थ पशुओं के माँस से प्राप्त किया जाता है । डॉ. चार्ल्स बेस्ट ने अपने अध्ययन से पता लगाया है कि इन शीत पेय पदार्थों के अत्यधिक सेवन से लडकों के लीवर में सिरोसिस नामक रोग पाया गया । इन्हें पीने से भले ही क्षणिक स्फूर्ति का अनुभव होता है। परंतु अनिद्रा, पेट में जलन, उदरशूल, हृदय की अनियमित धडकन, दाँत गिरना, चिडचिडापन आदि की पीडा सहन करनी पडती है । इसका तुरंत पता नहीं चलता, परंतु कुछ वर्ष व्यतीत होने के पश्चात् इसका असर होता है, तब इन रोगों का शिकार बनना पडता है, क्योंकि यह " Slow Poison” (सुषुप्त - मंद गति का विष) है, जिससे जीवन शक्ति क्षीण होने लगती है तथा प्राणघातक बीमारी होने का खतरा रहता है । इसके विषय में कॉलेज की एक सत्य घटना इस प्रकार से है: सत्य घटना :- एक बार कॉलेज में पेप्सी पीने की स्पर्धा रखी गई । स्पर्धा के फाईनल में पहुँचे दो विद्यार्थियों के बीच पेप्सी पीने का तीव्र मुकाबला हुआ । पराक्रम दिखाते हुए एक विद्यार्थी ने एक घंटे में पेप्सी की नौ बोतल और दूसरे ने आठ बोतले पी ली। परिणाम यह हुआ कि कुछ ही घंटों के बाद दोनों विद्यार्थी काल के मुँह में चल बसे ( मर गये) । पेप्सी में रहे हुए कार्बन डायोक्साईड के कारण दोनों की मृत्यु हुई है, ऐस डॉक्टरों का निष्कर्ष था । तत्पश्चात् उस कॉलेज की केन्टीन में यह जहर बेचने पर प्रतिबंध लग गया । 1 यूरोप-अमेरिका मे दाँतों के जल्दी गिरने का कारण ये कोल्डड्रींक्स है, अब लोग धीरे-धीरे समझने लगे है और अपने देश में भी कुछ समयपूर्व समाचार पत्रों में दो-तीन बार स्पष्ट रुप से प्रकट हो गया है कि इन शीतपेय पदार्थों में जंतुनाशक द्रव्य 40 से 200 गुना है। मिनरल वॉटर का भी लोग अब विरोध कर रहे हैं । एक लेखक ने लिखा है इन शीतपेय पदार्थों में "pH value " 2.5 प्रतिशत है। " pH value' अर्थात् फिनाइल का उपयोग कर रहे है वह, जिसमें एसिड होता है। इस प्रकार आप इससे फिनाइल पेट में डालते हैं । ये हानिकारक पदार्थ होने से बेल्जियम में कई बच्चे बीमार हुए थे । अत: फ्रांस तथा 43 ..

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