Book Title: Jain Itihas ki Prasiddh Kathaye Author(s): Amarmuni Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra View full book textPage 4
________________ अपनी ओर से जैन-साहित्य का कथा-भाग बहुत ही समृद्ध एवं विशाल है । हजारों विषय पर हजारों ही प्रकार के कथानक, जीवनचरित्र, घटनाएँ और रूपक ! आचार्यों ने प्रतिपाद्य विषय को सर्वसाधारण जनता के बोधगम्य बनाने के लिए विविध कथा चरित्रों का प्रणयन और सकलन करके जैन - साहित्य को ही नहीं, अपितु भारतीय-साहित्य को बहुत समृद्ध बनाया है। ___ जैन-कथा-साहित्य में मात्र मनोरंजक कहानियाँ, और कल्पित रूपकों का ही बाहुल्य नहीं है, किंतु ऐतिहासिक स्त्री पुरुषों के जीवन में घटित साहस, धैर्य, क्षमा, विवेक, त्याग आदि गुणों को अभिव्यंजन करने वालो हजारों यथार्थ घट नाएं भी इतने रोचक और आकर्षक ढंग से लिखी हुई मिलती हैं कि उनसे जीवन - निर्माण की मौलिक प्रेरणाओं के साथसाथ पाठक को बौद्धिक आनन्द भी प्राप्त होता है। प्रस्तुत पुस्तक में इसी प्रकार के कुछ ऐतिहासिक व्यक्तियों के जीवन की प्रसिद्ध घटनाओं का संकलन किया गया है। जैन-इतिहास के प्रसिद्ध साहस - पुरुष सुदर्शन का कर मुद्गर-पाणि यक्ष एवं हत्यारे अर्जुन माली पर जादुई प्रभाव अहिंसा का महान् विजय का प्रतीक है । यक्ष और अर्जुन का Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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