Book Title: Jain Itihas
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 29
________________ (१९) ___ हम अपने मत का समर्थन करने के लिये वेदों में से और भी अनेक उदाहरण दे सकते हैं । इन सबसे क्या सिद्ध होता है ? इससे निर्विवाद सिद्ध होता है कि प्राचीन भारत मे, वैदिक धर्म का सबसे प्राचीन धर्म होने का दावा स्वीकार नहीं किया जा सकता। वेंदोंमे से जो प्रमाण उपर दिये गये हैं वही इस बातको सिद्ध करने के लिये पर्याप्त है कि जैनधर्म अतीव प्राच न काल से चला आता है और जिस वैदिक धर्म को प्राचीन बतलाया जाता है उससे भी पहिले जैन धर्म अस्तित्व रखता था । जैन धर्म का अन्य धर्मों के साथ मुकाबला । ___यदि हम जैन धर्म के पूर्व इतिहास की तरफ देखते हैं तो मालूम होता है कि अन्य धर्मों की वैमनस्यता के कारण जैन धर्म को बडा साम्हना करना पड़ा था। कारण जैन धर्म ही एक ऐसा धर्म था जो बडे साहस के साथ प्रत्येक जीव की हिंसा का प्रबल निषेध करता था। शेष सभी धर्म किसी न किसी रूप में हिंसा का विधान करते थे। इसके अतिरिक्त जैन धर्म अहिंसा के उत्कृष्ट और कल्याणकारी सिद्धान्त का उद्घोष करके ही न रहा, किन्तु उसने इससे भी बढकर यह किया कि इस सिद्धान्त को बडी सावधानी के साथ कार्य रूप में परिणत किया। वैदिक धर्म ने, जो इश्वरीय ज्ञान होने का दावा करता है,

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