Book Title: Jain Dharmamrut
Author(s): Siddhasen Jain Gpyaliya
Publisher: Siddhasen Jain Gpyaliya

View full book text
Previous | Next

Page 25
________________ १ -चंतन स्त्री ( जीव सहित ) २ -- अतन स्त्री ( चित्रपटादि अजीब श्री ) २- कर्म २ - द्रव्य जीव १ -- घातिया ( जो आत्मा के गुणों का घात करें ) २-- अघातिया ( जो आत्मा के गुणों का घात न करे } -आगम द्रव्य जीव २- ना आगम द्रव्य जीव /.. १ -- २- माय जीव १-- आगम भाव जीव ९-नो आगम भाव जीव २-गति ૩ १ - अविग्रहगति ( ऋजु सरल गति ) २ - विग्रहगति ( माडे वाली गति ) २- लेश्या १ - शुभ ( पीत पद्म शुक्ल ) २ - अशुभ ( कृष्ण नील कापत ) २-अक्षर के मंत्र१-ॐ हीँ ॐ ह्रीँ, २ -- सिद्ध

Loading...

Page Navigation
1 ... 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78