Book Title: Jain Dharmamrut
Author(s): Siddhasen Jain Gpyaliya
Publisher: Siddhasen Jain Gpyaliya

View full book text
Previous | Next

Page 57
________________ २- सत्य ( झूठ न बोलना) ३-अचौर्य (पोरी न करना ) ४-ब्रह्मचर्य ( स्त्री मात्र वा त्याग ) ५-परिमहत्याग ( धनादि का त्याग ) ५-अणुव्रत १-अहिंसाणुव्रत ( संकल्पी हिंसा का त्याग ) २---सत्याणुव्रत ( पीडा कारक कठोर वचन न बोलना ) ३-अचौर्याणुवत ( जल मिट्टी को छोड़कर बिना आज्ञा घे काइ वस्तु ग्रहण न करना) ४-ब्रह्मचर्याणुगत ( स्वनी में संताप रखना ) ५-परिग्रह परिमाणाणुव्रत ( परिग्रह का परिमाण करना ) ५ - महाव्रत १-अहिंसा ( हिंसा का सर्वथा त्याग २-सत्य ( झुठ का सर्वथा त्याग ) ३-अचौर्य ( चोरी का सवथा त्याग) ४-जमचर्य ( १८००० शील पालना ) ब- परिग्रहत्याग ( सर्व परिग्रहका त्याग करना) ५--- हा.-- १-हिंसा (प्रमादसे प्राणों का पात करना) २-झूठ ( असत् का कहना ) ३-चोरी ( विना दिये वस्तु ग्रहण करना ,

Loading...

Page Navigation
1 ... 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78