Book Title: Jain Dharmamrut
Author(s): Siddhasen Jain Gpyaliya
Publisher: Siddhasen Jain Gpyaliya

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Page 31
________________ -मानसिक ( मनसे होने वाला) -पात्रिक (बचन से होने वाला) -भाविक ( काय से होने वाला) ३-निसर्ग -मनोनिसर्ग (दुष्ट प्रबर से मनप्रवृति) २-बानिसर्ग (दुष्ट प्रकार से बचन प्रवृति) ३-कायनिसर्ग (दुष्ट प्रकार से कार प्रवृति) १- (मनुष्य पशु आदि का) २-उपपाद (देव नारकी का) ३-सम्मूईन (घास आदि क) ३-गर्मजन्म १-वण्युन (जेर से उसन्न होने वाले) २-मंडन (अंडे से उलन होने वाले) ३-पोतज (उत्पन्न होते ही भागने वाले) ३-गुति -मनोगुप्ति ( मन वश करना) २-वचनराप्ति (वन वश करना) ३-अयाप्ति (अब वश में करना)

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