Book Title: Jain Dharmamrut
Author(s): Siddhasen Jain Gpyaliya
Publisher: Siddhasen Jain Gpyaliya

View full book text
Previous | Next

Page 34
________________ 1 ३- कृतादि - ब्रह्मचारी ३ १ - कृत ( स्वयं करना ) २ - कारित ( दुसरे से कराना ) ३ – अनुमोदना ( सलाह देना ) १ - स्त्री त्यागी २ - क्रिया ब्रह्मचारी ३-कुल ब्रह्मचारी ३१ १ - जलचर (जल में रहने वाले ) २ थलचर ( पृथ्वी पर चलने वाले ) ३- नभचर (आकाश में उडने वाले ) ३- भावक - चिन्ह 9- -छानकर पानी पीना २- रात्री भोजन त्याग ३ --- दरशन करके खाना ३- तोर्थ कर ३ पद धारक१- शांतिनाथ २ - कुन्धुनाथ ३ -- सरःनाथ

Loading...

Page Navigation
1 ... 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78