Book Title: Harivanshpuran
Author(s): Jinsenacharya, Pannalal Jain
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 964
________________ ९२६ धृतभ्यास (व्य) राजा शन्तनुका पुत्र ४५।३१ घृतवीर्य (व्य) कुरुवंशका एक राजा ४५।१२ धृतिषेण (व्य) दशपूर्वके ज्ञाता एक आचार्य १।६२ धृतेन्द्र ( व्य ) कुरुवंशका एक राजा ४५।१२ धृतोदय (व्य) कुरुवंशका एक राजा ४५।३२ धैवत = एक स्वर १९।१५३ धैवती = षड्जस्वरसे सम्बन्ध रखनेवाली जाति १९ । १७४ ध्रुव (व्य) एक राजा ५०।१२४ ध्रुव (पा) आग्रायणी पूर्वकी वस्तु १०1७८ ध्रुव (व्य ) बलदेवका पुत्र ४८।६६ ध्रुवसेन (व्य ) ग्यारह अंगके दाता एक आचार्य १६ धन्य (पा) पूर्वोत्तर पर्याय में स्थिर रहना १।१ ध्वजिनी = सेना ३५२ [ न ] नक्षत्र (व्य ) ग्यारह अंगके ज्ञाता एक आचार्य १।६४ नकुल (व्य) पाण्डव ४५|२ नग (व्य) अचलका पुत्र ४८१४९ नन्द (व्य) बलभद्र २५ । ३५ नन्दक (व्य) एक मुनि ५०/५९ नन्द (भी) अकृत्रिम चैत्यालयों की पूर्वदिशा में विद्यमान एक हद ५।३७२ नन्दन ( भी ) वि. उ. नगरी २२।९० नन्दन (व्य) मानुषोत्तरके रुचक कूटपर रहनेवाला देव ५।६०३ Jain Education International हरिवंशपुराणे नन्दन ( भी ) सौधर्म युगलका सातवाँ इन्द्रक ६।४५ नन्दन (व्य ) बलदेवका पुत्र ४८।६७ नन्दन (व्य) भगवान् ऋषभदेवका गणधर १२।५६ नन्दन = पुत्र ९।२१ नन्दन ( भो ) नन्दनवन का एक कूट ५१३२९ नन्दन ( भी ) मेरुका एक वन ५।३०७ नन्दनवन ( भी ) मेरुपर्वतपर स्थित एक वन ५।२९० नन्दघोषा (पा) समवसरण के अशोकवनकी वापिका ५७/३२ नन्दयन्ती = मध्यम ग्रामके आश्रित जाति १९।१७७ नन्दयशा (व्य) धनदत्त सेठकी स्त्री १८।११३ नन्दयशा (भी) श्वेताम्बिका पुरी के राजा वासवकी वसुन्धरा नामक स्त्रीसे उत्पन्न ३३।१६१ नन्दशोकपुर ( भी ) एक नगर ६०।९७ नन्दा (व्य ) रुचिकगिरिके दिग्नन्दन कूटपर रहनेवाली देवी ५।७०५ नन्दा (पा) समवसरणके अशोक वनकी वापिका ५७१३२ नन्दा (व्य ) ऋषभदेवकी स्त्री ९।१८ नन्दा (पा) समवसरणकी एक वापिका ५७।७३ नन्दा, नन्दवती, नन्दोत्तरा, नन्दीघोषा (भी) नन्दीश्वर द्वीपके पूर्वदिशासम्बन्धी अंजनगिरिको पूर्वादि For Private & Personal Use Only दिशाओं में स्थित वापिकाएँ ५।६५८ नन्दिन (व्य ) आगामी नारायण ६०१५६६ नन्दिनी ( भी ) वि. उ. नगरी २२।९० नन्दिभद्र (व्य) एक चारण मुनि ६०१७८ नन्दिभूतिक (व्य ) आगामी नारायण ६०।५६६ नन्दिमित्र (व्य) आगामी नारायण ६०।५६६ नन्दिमित्र (व्य ) सातवाँ बलभद्र ६०।२९० नन्दिमित्र ( व्य ) ऋषभदेवका गणधर १२।६९ नन्दिमित्र (व्य ) एक श्रुतकेवली आचार्य १।६१ नन्दिवर्द्धन (व्य ) एक मुनिका नाम ४३।१०४ नन्दिषेण (व्य) वसुदेवका भवान्तर १८।१३५ नन्दी (व्य) ऋषभदेवका गणधर १२/६९ नन्दी (व्य) आगामी नारायण ६०१५६६ नन्दी, नन्दिम (व्य ) नन्दीश्वर द्वीप के रक्षक देव ५ । ६४४ नन्दीश्वर व्रतविधि = एक व्रत विशेष ३४।८४ नन्दीश्वर द्वीप ( भौ ) आठव द्वीप ५।६१६ नन्दीश्वर समुद्र (भौ) आठवाँ सागर ५।६१६ नन्दोत्तर (व्य ) मानुषोत्तर के लोहिताक्ष कूटपर रहने - वाला देव ५।६०३ नन्दोत्तरा (पा) समवसरण के अशोकवनकी वापिका ५७।३२ www.jainelibrary.org

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