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पृष्ट
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पाराणिक खण्ड प्रथम अध्याय भगवान् के पूर्वभव ... भगवान् महावीर का जन्म भगवान् महावीर का भ्रमण गौशाला की कथा ... कैवल्य-प्राप्ति और चतुर्विध संघ की स्थापना
२३८ श्रेणिक को सम्यक और मेधकुमार तथा नन्दिशेण को दिक्षा २४४ प्रभु का अंतिम उपदेश
२८२ दार्शनिक खण्ड प्रथम अध्याय जैन-धर्म और अहिंसा ...
२८९ अहिंसा का अर्थ
२९७ अहिंसा के भेद ...
२९९ गृहस्थ का स्थूल अहिंसा-धर्म
३०१ मुनियों की सूक्ष्म अहिंसा
जैन-अहिंसा और मनुष्य प्रकृति दूसरा अध्याय स्याद्वाद दर्शन शंकराचार्य का आक्षेप
३२५ सप्तभंगी ... तीसरा अध्याय नय
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