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णवपाउसि
नई वर्षा ऋतु में बादल
कंदो
एसु पयासिउ
[(णव) वि-(पाउस) 7/1] (कंद) 1/1
अव्यय (पयास) भूकृ 1/1 [(दोहय)-(छंद) 1/1]
इस प्रकार व्यक्त किया गया दोधक छन्द
दोहयछंदो
9.
जगतमहरु
[(जग)-(तमहर) 1/1 वि]
जग के अन्धकार को दूर करनेवाला
ससहरु
चन्द्रमा
मयरहरु
जिह
समुद्र जिस प्रकार बढ़ता हुआ
वढंतउ
भावइ
(ससहर) 1/1 (मयरहर) 1/1 अव्यय (वड-वर्ल्डत-वर्षांतअ) वकृ 1/1 'अ' स्वार्थिक (भाव) व 3/1 अक [(मण)-(वल्लह) 1/1 वि] (दुल्लह) 1/1 (सज्जण) 6/2 (पुरएव) 6/1 (सुअ) 1/1 अव्यय
मणवल्लहु
दुल्लहु सज्जणहँ पुरएवहो
अच्छा लगता है मन को अच्छा लगनेवाला दुर्लभ सज्जनों के पुरुदेव
णावइ
के समान
अपभ्रंश काव्य सौरभ
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