Book Title: Anusandhan 2017 11 SrNo 73 Author(s): Shilchandrasuri Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad View full book textPage 6
________________ अनुक्रम १ १२ २० सम्पादन पंचकल्लाणं सं. विजयशीलचन्द्रसूरि ३ स्तोत्रो सं. विजयशीलचन्द्रसूरि श्रीजयशेखरसूरि-शिष्यश्रीमाणिक्यसुन्दरसूरि विहितः श्रीऋषभदेवसिंहावलोकस्तवः सावचूरिकः . सं. पं. कल्याणकीर्तिविजय गणि जीरावला तीर्थनां केटलांक लेखो सं. उपा. भुवनचन्द्र विनयदेवसूरिकृत दान-शील-तप-भाव भाषा सं. उपा. भुवनचन्द्र ब्रह्म-रचित हरियालीओ. सं. उपा. भुवनचन्द्र चसिमा अर्थ महित स्वाध्याय सं. गणि सुयशचन्द्रविजय मुनि सुजसचन्द्रविजय श्रीमुनिविजय-उपाध्याय रास सं. गणि सुयशचन्द्रविजय मुनि सुजसचन्द्रविजय श्रीतिलकविजयजीकृत ११ गुर्जर रचनाओ सं. मुनि धुरन्धरविजय रेंटियावर्णन भास सं. उपा. भुवनचन्द्र केटलांक पदो सं. प्रा. अनिला दलाल स्वाध्याय ढूंकनोंध मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजय विहंगावलोकन उपा. भुवनचन्द्र ३० ३७ ६९ ७८Page Navigation
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