Book Title: Anekant 2001 Book 54 Ank 01 to 04
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir Trust
View full book text
________________
अनेकान्त/54/3-4
17
18. (क) अमितगतिश्रावकाचर 5/54
(ख) श्रावकाचार सारोद्धार, श्लोक 116 19. श्रावकाचार सारोद्धार, श्लोक 109 20. (क) अमितगतिश्रावकाचार, 5/51
(ख) श्रावकाचार सारोद्धार 115, 116 21. (क) अमितश्रावकाचार, 5/501
(ख) श्रावकाचार सारोद्धार, 114 22. (क) स्वामिकार्तिकेयानुप्रेक्षा, श्लोक 81
(ख) व्रतोद्यान श्रावकाचार, श्लोक 143 23. भव्यधर्मोपदेश उपासकाध्ययन, श्लोक 89 24. पुरुषार्थ सिद्धयुपाय-134 एवं 129, यशस्तिलकचम्पू-310,
स्वामिकार्तिकेयानुप्रेक्षा-80, रत्नकरण्डश्रावकाचार 142,
श्रावकाचारसारोद्धार-111 25. अमितगतिरावकाचार, 5/40, भव्यधर्मोपदेश उपसकाध्ययन, 87 26. पुरुषार्थसिद्धयुपाय-133 27. पुरुषार्थसिद्धयुपाय-130 28. पुरुषार्थसिद्धयुपाय-132 29. (क) अमितगतिश्रावकाचार 5/44
(ख) श्रावकाचार सारोद्धार-112 30. वसुनन्दिश्रावकाचार-317 31. पूज्यपादश्रावकाचार 87-91 32. अमितगतिश्रावकाचार 5/58-60 33. अमितगतिश्रावकाचार 5/57

Page Navigation
1 ... 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271