Book Title: Anantki Anugunj
Author(s): Pratap J Tolia
Publisher: Vardhaman Bharati International Foundation

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Page 17
________________ तू कौन है, तू कौन ? यह उठती पुकार : 'तू कौन है, तू कौन ? चैतन्य की फुहार ! क्यों मौन है तू मौन ?' यह उठती पुकार ... १ ये चहचहाती चिड़ियाँ, सहमी हुईं दिशाएँ, पेड़ों की गहरी छाया, चट्टान और शिलाएँ - सब पूछते हैं मुझ को: • तू कौन है, तू कौन?' २ यह रवि की रजत - सी किरणें, ये झूमती हवाएँ, इठलाते हुए बादल, ये मस्त - सी फिजाएँ, अनंत की अनुगूंज

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