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आगमसार
हवे शब्दनय कहे छे. जे वस्तु गुणवंत अथवा निर्गुण से वस्तुने नाम कही बोलावियें जे भाषा प्रणाथी शब्द पणे वचन गोचर थाय ते शब्दनय जे कारणे अरूपी द्रव्य वचनथी कहेवा ते शब्दनय कहिये. इहां जे शब्दनो अर्थ होय ते पणो जे वस्तुमां वस्तुपणे पामियें ते वारे ते वस्तु शब्दनय कहिये जेम घटनी चेष्टाने करतो होय ते घट. ए शब्दनयमां व्याकरणथी नीपना अने बीजा पण सर्व शब्द लीधा ते शब्दनयना चार भेद छै १ नाम २ स्थापना ३ द्रव्य ४ अने भाव चार निक्षेपाना पण एहिज नाम छे.
१ पहेलो नाम निक्षेपो ते आकार तथा
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