Book Title: Agam 26 Chhed 03 Vyavahara Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Kanhaiyalal Maharaj, Trilokmuni, Devendramuni, Ratanmuni
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 237
________________ नाम उद्देशक शय्यातर के पाहुणे, नौकर एवं ज्ञातिजन के निमित्त से बने आहार के लेने का विधि-निषेध 1. सागारियस्स आएसे अन्तो वगडाए भुजए, निट्ठिए निसट्ठे पाडिहारिए, तम्हा दावए, नो से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए। 2. सागारियस्स पाएसे अंतो वगडाए भुजए, निट्ठिए निसट्टे अपाडिहारिए, तम्हा दावए एवं से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए। 3. सागारियस्स पाएसे बाहिं वगडाए भुजइ, निट्ठिए निसठे पाडिहारिए, तम्हा दावए, नो से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए। 4. सागारियस्स पाएसे बाहिं वगडाए भुजइ, निदिए निसट्टे अपाडिहारिए, तम्हा दावए एवं से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए। 5. सागारियस्स दासे वा, पेसे वा, भयए वा, भइण्णए वा अंतो वगडाए भुजइ निदिए निसठे पाडिहारिए, तम्हा दावए नो से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए। 6. सागारियस्स बासे वा, पेसे वा, भयए वा, भइण्णए वा अन्तो वगडाए भुजइ, निटिए निसट्टे अपाडिहारिए, तम्हा दावए एवं से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए। 7. सागारियस्स दासे वा, पेसे वा, भयए वा, भइण्णए वा बाहिं बगडाए भुजइ, निट्ठिए निसट्टे पाडिहारिए, तम्हा वावए नो से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए / 8. सागारियस्स दासे वा, पेसे वा, भयए वा, भइण्णए वा बाहिं वगडाए भुजइ, निट्ठिए निसट्ठे अपाडिहारिए, तम्हा दावए, एवं से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए। 9. सागारियस्स णायए सिया सागारियस्स एगवगडाए अंतो सागारियस्स एगपयाए, सागारियं चोवजीवइ, तम्हा दावए नो से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए / 10. सागारियस्स णायए सिया सागारियस्स एगवगडाए अंतो सागारियस्स अभिनिपयाए सागारियं चोवजीवइ, तम्हा दावए नो से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए / 11. सागारियस्स णायए सिया सागारियस्स एगवगडाए बाहिं सागारियस्स एगपयाए सागारियं चोवजीवइ, तम्हा दावए नो से कप्पइ पडिग्गाहेत्तए। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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