Book Title: Agam 17 Upang 06 Chandra Pragnapti Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amolakrushi Maharaj
Publisher: Raja Bahaddurlal Sukhdevsahayji Jwalaprasadji Johari
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48 अनुवादक बालब्रह्मचारी मुनि श्री अमोलक ऋषिजी
| चतुर्थ प्रतिपाहुडा युगादि के नक्षत्र योग चन्द्र के साथ नक्षत्र योग का यंत्र
पंचम प्रति पाहुडा कुल उपकुल नक्षत्र कुल उपकुल कुलोपकुल नक्षत्र यंव
{
छठा प्रतिपाहुडा· पूर्णिमा अमावास्या पूर्णिमा को नक्षत्र योग का यंत्र पर्व तिथी नक्षत्र निकालने की विधी
(
१८७
प्रथम से अन्तिम नक्षत्र के मुहूर्त यंत्र (पांच संवत्सर के पूर्णिमा के नक्षत्र का यंत्र. १८८ बारा अमावस्या के नक्षत्र.
अमावस्या के कुलादि नक्षत्र तथा यंत्र पांच संवत्सर की अमावास्या का यंत्र सातवा प्रति पाहुड-नक्षत्रों का सन्निपात
१६४
१७२
१७४
१७६
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१.७७
१८३
१८३
१९३
१९५
१९६
२०१
अमावास्या पूर्णिमा कुलादि नक्षत्र का यंत्र २०३ आठवा प्रतिपाहुड-नक्षत्रों के संस्थान
२०४
नववा प्रति पाहुड-नक्षत्रों के तारे की संख्या २०६ 'दशवा प्रति पाहुड- अहोरात्र पूर्ण नक्षत्रों
२०८
२०९
२१३
नक्षत्रों के महिने दिन का यंत्र इग्यारमा प्रति पाहुड चन्द्र नक्षत्र मार्ग सूर्य मंडल के नक्षक्षों का यंत्र सूर्य मंडल के ऊपर के नक्षत्र विधी
२१७
२१८
बारा प्रति पाहुड-नक्षत्र के अधिष्ठाता बै० २२३ ग्वा प्रति पाहुड-तीस मुहर्त के नाम चौदवा प्रति पाहुड-तिथीयों के नाम
२२४
२२५
२२९
२३२
पन्दरवा प्रति पाहुड-तिथी निकाले की विधी २२७ सोलवा प्रति पाहुड- नक्षत्रों के गोत्र सतरहवा प्रतिपाहुडा-नक्षत्रों में भोजन अठारहवा प्रति पाहुडा चन्द्र सूर्य की गति २३५ उन्नीसवा प्रति पाहुडा - बारह महिने के नाम २३६ बीसवा प्रति पाडा-पांच संवत्सर वर्णन इक्कीसवा प्रतिपाहुडा चारों दिशा के नक्षत्र २४५ बाप्रति पाहुडा-नक्षत्रों का योग बि०२४९ नक्षत्रों के भोग प्रमाण का यंत्र
२३७
२४९
एकादश प्राभृत-संवत्सरका आदिअन्त २८५
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* प्रकाशक राजावहादुर लाला. सुखदेवसहायजी ज्वालाप्रसादजी
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