Book Title: Agam 13 Upang 02 Rajprashniya Sutra Shwetambar
Author(s): Purnachandrasagar
Publisher: Jainanand Pustakalay
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विहगवालगकिनररुरुसरभचमरकुंजरवणलयपउमलयभत्तिचित्ताखंभुग्गयवरवयरवेइयापरिगयाभिरामा विजाहरजमलजुयलजंतजुत्तंपिव अच्चिसहस्समालिणीया रूवगसहस्सकलिया भिसमाणा भिब्भिसमाणा चक्खुल्लोयणलेसा सुहफासा ससिरीयरूवा वण्णओ दाराणं तेसिं होइ,तं०-वइरामया णिम्मा रिद्वामया पइट्ठाणा वेरुलियमया सूइखंभा जायरूवोवचियवरपंचवनमणिश्यणकोट्टिमतला हंसगब्भमया एलुया गोमेजमया इंदकीला लोहियक्खमतीतोदारचेडीओ जोईरसमया उत्तंगालोहियक्खमईओ सूईओवयरामया संघी नाणामणिमया समुग्गया वयरामया अगला अग्गलापासाया रययामयाओ आवत्तणपेढियाओ अंकुतरपासगा निरंतरियषणकवाडा भित्तीसु चेव भित्तिगुलिता छप्पना तिण्णि होति गोमाणसिया तत्तिया णाणामणिरयणवालरूवगलीलट्ठिअसालभंजियागा वयरामया कुड्डा रय्या (५० णा) मया उस्सेहा सव्वतवणिज्जमया उल्लोया णाणामणिरयणजालपंजरमणिवंसगलोहियक्खपडिवंसग रययभोमा अंकामया पक्खा पक्खबाहाओ जोइरसामया वंसा वंसकवेल्लुयाओ रयणामईओ पट्टियाओ जायरूवमईओ ओहाडणीओ वइरामईओ उवरिपुच्छणीओ सव्वसेयरययामयाच्छायणे अंकामया कणगकूडत्वणिजथूभियागा सेया संखदलविमलनिम्मलदधिधणगोखीरफेणस्ययणिगरप्पगासा तिलगरयणद्धचंदचित्ता नाणामणिदामालंकिया अंतो बहिं च सहा तवणिजवालुयापत्थडा सुहफासा सस्सिरीयरूवा पासाईया दरिसणिज्जा अभिरूवा पडिरूवा । २७ । तेसिंणंदाराणं उभओ पासे दुहओ निसीहियाए सोलस २ चंदणकलसपरिवाडीओ पं०, ते णं चंदणकलसा वरकमलपइट्ठाणा सुरभिवरवारिपडिपुण्णा चंदणक्यचच्चागा आविद्धकंठेगुणा || श्री राजप्रश्रीयोपांगम् ॥
| २८ ।
पू. सागरजी म. संशोधित
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