Book Title: Agam 04 Ang 04 Samvayanga Sutram Tika
Author(s): Abhaydevsuri, Jambuvijay
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay

View full book text
Previous | Next

Page 468
________________ विशिष्टशब्दाः विमा विमाणावास विमोहायणं वियत्त विरति विरहिया विरागता विराहणा विराहियचरित्तणाणदं ९ (१) | विसयसुहतुच्छआसावसदोसमुच्छियाणं ११ (२) वियलिंदियजातिणामं २५ (१) विसातं वियारेति ३० (१) विसाल वियावत्तं १६ (३), १४७ विसाहा १४० विसाहानक्खत्त वियाह वियाहपण्णत्ती ८१, ८४, १३६ |विसुद्धलेसा विरताविरतसम्मदिट्ठी १४ (१) विसुद्धवंसा ५ (१) विसुद्धा १५४ विस्सनंदी २७ (१) विस्सभूती ३ (१) विस्सरं सजतिगुणविविहप्पगारणिस्सारसुन्नयाणं सूत्राङ्का: विशिष्टशब्दा: २७ (१) विसय ८४, १५० | विसयविरत्ता गासियाणं विविहवित्थारभासियाणं विविहवित्थाराणु प्रथमं परिशिष्टम् । गमपरमसब्भाव गुणविसा विसमं विवाए ५२, १५८ विहरति विवागत १ ( २ ), १३६, १४६ | विहिंसइ विवाहपण्णत्ती १ (२) वीतिक्कंतेहिं १४५ वीर विविहगुणमहत्था विविहमणिरयणभत्तिचित्ता १५० वीरकंतं विविहमहापसिणविज्जा वीरकूडं मणपसिणविज्जाद वीरगतं इवयपयोगपाहण्णगुणप्प Jain Education International विस्ससेण विस्सुतं १४१ विहगगतिणाम | वीरज्झयं १४५ वीरप्पभं १४५ वीरभद्द वीरमहेसी हिं वीरलेसं १३७ वीरवण्णं ९३ वीरसिंगं सूत्राङ्का: विशिष्टशब्दाः १५२ वीरसिहं १४४ वीरसेणियं | वीरावत्तं १४१ वीरिय २० (३) १८ (३), १५७ वीरियपुव्व ८ (२), ४५ वीरियायार ६ (४),१५७ वे ५ (२) वीरुत्तरवडेंसगं १५७ वीसं १५७ वीससेण १५० वूहं १५८ वेउव्वियसरीरकायप १५८ ओग १३ (१), १५ (२) ३० (१) वेउव्वियमीससरीरकाय १५७, १५८ पओग १३ (१), १५ (२) २२ (३) वेउव्वियसमुग्घात ४२ ६ (१), ७ (१) १५२ ३४ वेउव्वियसरीर ३० (१) वेडव्वियसरीरंगोवंगणामं २८ (१) ८२ वेउव्वियसरीरनाम २८ (१) १५६ ३१ (२), ३२ (३), ३३ (२), ३७, ५५, १४९, १५१ १५७, १५८ १५७ १३६ १३७ १२ (१) १५० २७ (१) ६ ( ४ ) | वेजयंत ६ (४) ६ (४) ६ ( ४ ) ६ (४) ८ (१) ६ (४) वेजयंती वेडसरुक्खे वेढा १४५ वेणइयवादी वेतिया सूत्राङ्काः ६ (४) ६ (४) ६ (४) १४ (१), १६ (१), २३ (१), १४७ ७१, १४७ १३६ ६ (४) २० (१) ३० (१), १५७ ७२, १३७ For Private & Personal Use Only ३७ ६ ( ४ ) वेमाणियावास ६ (४) | वेयगसम्मत्तबंधोवरय www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566