Book Title: Agam 04 Ang 04 Samvayanga Sutram Tika
Author(s): Abhaydevsuri, Jambuvijay
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay

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Page 549
________________ १३ चित्राणि । १३. उत्सर्पिण्यवसर्पिणीरूपस्य एकस्य कालचक्रस्य मानम् --- १० म - - - प २ ग सुधम 705 ---- कालचक्र ८ - सा की डा -कालचक्र --- को ही ५४ १०९ उत्सर्पिणी ---- अवसर्पिर -- - PORY सागरोपम ४कोडाकोडी सुषमसुषम सा --- सागरोपम ४ कोडाफोडी सुषमसुषम या -- कालचक्र-6. तडा का डी प ०४.--> - -- म - -- । कालचक्र-6-- Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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