Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 02 Sthanakvasi Gujarati
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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अनु. विषय
पाना नं.
૨૧૦ ૨૧પ
૨૧૭
૨૧૮ ૨૧૯ ૨૨૧ ૨૨૩ २२३
७८ लोपालाठिोंठे स्व३पठा नि३पारा ७८ प्रभाग स्व३पठा नि३पा ८० छुिभारि भत्तरिठामोठा नि३पा ८१ भेसहित ६ष्टिवाघ्छा नि३पारा ८२ प्रायश्चितठा नि३पा ८३ ठाठे स्व३पठा नि३पारा ८४ पुदलोंठे परियाभष्ठा नि३पारा ८५ वद्रव्यठे परिशाभों छा नि३पाश ८६ हुर्णति-सुगति३५ परियाभों हे मेवं हुर्णत-सुगतों ठे भेटों
छा नि३पारा ८७ क्षयठे परियाभों उठभष्ठा नि३पा ८८ हास्यठे छाराशोंठा नि३पारा ८८ ६ष्टांत घाष्र्टान्तिछ पूर्वष्ठ अन्तरसूचष्ठा नि३पारा ८० भेसहित भृतठा नि३पारा ८१ हेवत्वष्ठा नि३पाया ८२ विकृतिछे स्व३वठा नि३पारा ८3 ६ष्टांत और हार्टान्तिठसहित छूटागार आहिछा नि३पारा ८४ हार्टान्ति स्त्री सूत्रठा नि३पारा ८५ प्रज्ञप्तिष्ठा नि३पापा
૨૨પ
૨૨૬
૨૨૮ ૨૨૯
૨૩૩ ૨૩૪ ૨૩પ
२३६
यौथे स्थानडा ठूसरा संदेशा
८६ प्रतिसंहीन और अभतिसंतीनठा नि३पाया ८७ हीन स्व३पठा नि३पारा ८८ आर्याहि पुषठे स्व३पठा नि३पारा ८८ वृषभ द्रष्टांत से पुषठे स्व३पठा नि३पारा १०० हाथी ६ष्टांतसे पुषठे प्रठार ठा नि३पारा १०१ विड्थाई स्व३पठा नि३पारा १०२ ठायविशेषष्ठा नि३पारा १०३ व्याधात स्व३५ ठा नि३पारा १०४ स्वघ्यायमें र्तव्यता-अठर्तव्यताष्ठा नि३पाया १०५ स्वाध्यायमें प्रवृत हुवेष्ठो लोठस्थितिष्ठा नि३पारा
૨૩૭ ૨૩૮ ર૪૧ ૨૪૨ २४४ २४७ ૨૫૩ ૨પપ ૨૫૭ ૨૫૯
શ્રી સ્થાનાંગ સૂત્ર : ૦૨
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