Book Title: Agam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Part 02 Sthanakvasi Gujarati
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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अनु. विषय
पाना नं.
५० मेसहित ऋद्धि स्व३५ ठा नि३पारा ५१ गौरवाहि होंठा नि३पारा ५२ निवृतिठे भेटों ठा नि३पारा 43 तेश्यामों छा नि३पारा ५४ भराराठा नि३पारा ५५ भगठे मनन्तर हिताहितठे स्व३पठा नि३पारा ५६ पृथिवीठे स्व३पठा नि३पारा ५७ नारठोंठी उत्पत्तिष्ठा नि३पारा ५८ तीर्थरठे विभानोंडा वर्शन ५८ धर्भष्ठ तीन स्थानोंठा नि३पारा ६० पुगत स्टुंध छा नि३पारा
૧૧૮ ૧૨૨ ૧૨૪ ૧૨૮ ૧૩૧ ૧૩૩ ૧૩૭ ૧૩૮ १४० ૧૪૧
૧૪૩
ચૌથ સ્થાનક કે પહલા ઉદેશક
१४3 १४४ १४८
૧પ૯
૧૬૩
૧૬૮
६१ भंगलायरा ६२ अन्तत्र्यिाठा नि३पा ६३ वृक्ष६ष्टांतसे पु३षोंठा नि३पारा ६४ प्रतिभाप्रतिपन्न पु३ष उत्पनीय भाषाठिा नि३पा ६५ वस्त्रदृष्टांतसे पु३षाठिा नि३पा ६६ सुता६ि६ष्टांतसे पु३षाठिा नि३पा ६७ धुरा ६ष्टांतसे पु३षाठिा नि३पा ६८ वनस्पतिष्ठा नि३पारा ६८ घ्यानठे स्व३पठा नि३पारा ७० सहित हेवोंठी स्थितीठा नि३पा ७१ भोहळे विषयभूत उषायोंष्ठा मेसहित नि३पारा ७२ ठालत्रयवर्ती उषायोंठा नि३पा ७3 प्रतिभाठे स्व३पठा नि३पारा ७४ छवास्तिठायडे विपरीत सवास्तिष्ठाया भेसहित
नि३पारा ७५ इ ६ष्टांतसे पु३षाठिा नि३पारा ७६ सत्यासत्य निभितठ प्रशिधानछे स्व३पष्ठा नि३पारा ७७ पुषठे स्व३पष्ठा नि३पारा
૧૭૧ ૧૭૪ ૧૮૫ १८७ ૧૯૩ ૧૯૭
૧૯૮ ૧૯૯
૨૦૧
२०४
શ્રી સ્થાનાંગ સૂત્ર : ૦૨
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