Book Title: Updesh Ratnamala Tatha Prakirna Updesh
Author(s): Padmajineshwarsuri, Munisundarsuri, Manilal Nathubhai Doshi
Publisher: Suriramchandra Diksha Shatabdi Samiti

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Page 17
________________ गाथांक * विषयानुक्रमणिका. ॐ उपदेशरत्नमालानी विषयतुं नाम मंगलाचरण ग्रंथy नाम अने हेतु ... संक्षिप्तमां धर्मर्नु रहस्य ... शीलवतनो निश्चयताथी भंग न करवो... खराब शीलवालानी सोबत न करवी ... गुरुवचननो अनादर न करवो धर्मनो परमार्थ जाणवो ... चपलताथी न चालवू ... उद्भट वेष धारण न करवो । वांकी दृष्टिए न जोवू ... पोतानी जीव्हाने नियममा राखवी अविचारी कार्य न करवू ... कुलाचारनो लोप न करवो कोईने मर्म वचन न कहे, कोईने खोटुं कलंक देवु नहि कोइना पर आक्रोश न करवो सर्व जीवो प्रत्ये उपकार करवो बीजानो उपकार भूलवो नहि दीन पुरुषनो उद्धार करवो कोईनी पासे प्रार्थना करवी नहि कोइनी प्रार्थनानो भंग करवो नहि दीन वचन बोलवू नहि ... पातानी प्रशंसा न करवी ... दुर्जननी पण निंदा करवी नहि बहु हसवु नहि . शत्रुनो विश्वास न करवो ... ::::::::::::::::::::

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