Book Title: Trinshshloki
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir एनंचनुर्वर्णमाधारणीशडिमुवावर्णविशेषेणदशाहाशोचापवादपंचमहत्तपूवा'नाह। जन्मनानि / जन्मनिजननाशोचे उपतःउपनाताहतोपनीतसंस्कारः उपेनएवओपेनालस्यमृत्योउपनीतमरणेबाह्म| गाद्यावतारोवर्णाःक्रमणदशनिशादिकालमशचयस्युः ब्राह्मणो दशाहं क्षत्रियोदशाहं वेश्यः | पसंपंचदशाहंशूद्रोमासं पक्षड्यमितिक्रमःउचिनकदपाकयज्ञहिजशभूषादिविहिनकर्मानुमान जन्मन्योपेतगृत्यावपिचदशनिशाद्वादशाहानिपक्षमासंवर्णाःत्रमेणाशचयर चितकृछूद्रजातिस्तपक्षम्॥ "शालःशूद्रःपसंपंचदशरात्रमेवाशचिन्तुमासंगक्षत्रि यस्यद्वादशाहानिविंशःपंचदशेनतु॥विंशदिनानिशूइस्यतदर्धन्यायवर्तिनइतिवचनात् // // इदा नीमुत्तरार्दैनकुलसंबंधिपुरुषविशेषोपरमेदशाद्याशीचापवादमाह॥ For Private And Personal Use Only

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