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उ० १२ चाउम्मासिय[मणु ] मुग्धाइयं ] सुत्तागमे
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कारावे कारावेंतं वा साइज्जइ ॥ ७३३ ॥ जे भिक्खू सचेले सचेलगाणं मज्झे संवसइ संवसंतं वा साइज्जइ ॥ ७३४ ॥ जे भिक्खू सचेले अचेलगाणं मज्झे संवसइ संवसंतं वा साइज्जइ ॥ ७३५ ॥ जे भिक्खू अचेले सचेलगाणं मज्झे संवसइ संवसंतं वा साइज्जइ ॥ ७३६ ॥ जे भिक्खू अचेले अचेलगाणं मज्झे संवसर संवसंत वा साइज्जई ॥ ७३७ ॥ जे भिक्खू पारियासियं पिप्पलिं वा पिप्पलिचुण्णं वा सिंगबेरं वा सिंगबेरचुणं वा बिलं वा लोणं उब्भियं वा लोणं आहारेइ आहारेंतं वा साइजइ ॥ ७३८ || जे भिक्खू गिरिपडणाणि वा मरुपडणाणि वा भिगुपडणाणि वा तरुपडणाणि वा गिरिपक्खंदणाणि वा मरुपक्खंदणाणि वा भिगुपक्खंदणाणि वा तरुपक्खंदाणि वा जलपवेसाणि वा जलणपवेसाणि वा जलपक्खंदणाणि वा जलणपक्खंदणाणि वा विसभक्खणाणि वा सत्योपाडणाणि वा वलयमरणाणि वा वसहाणि वा तब्भवाणि वा अंतोसल्लाणि वा वेहाणसाणि वा गिद्धपिट्ठाणि वा जाव अण्णयराणि वा तहप्पगाराणि बालमरणाणि पसंसइ पसंसंतं वा साइज्जइ । तं सेवमाणे आवजइ चाउम्मासियं परिहारट्ठाणं अणुग्घाइयं ॥ ७३९ ॥ णिसीहऽज्झयणे एक्कारसमो उद्देसो समत्तो ॥ ११ ॥
बारसमो उद्देसो
जे भिक्खू अण्णयरिं तसपाणजाई तणपासएण वा मुंजपासएण वा कटुपासएण वा चम्पासएण वा वेत्तपासएण वा सुत्तपासएण वा रज्जुपासएण वा बंधइ बंधतं वा साइज्जइ ॥ ७४०-१ ॥ जे भिक्खू अण्णयरिं तसपाणजाई तणपासएण वा मुंजपासएण वा कट्टपासएण वा चम्मपासएण वा वेत्तपासएण वा सुत्तपासएण वा रज्जुपासएण वा बद्धेयं मुंच (मुय )इ मुंचं (-यं) तं वा साइज्जइ ॥ ७४०-२ ॥ जे भिक्खू अभिक्खणं २ पञ्चक्खाणं भंजइ भंजतं वा साइज्जइ ॥ ७४१ ॥ जे भिक्खू परित्तकायसंजुत्तं ० आहारे आहारेंतं वा साइज्जइ ॥ ७४२ ॥ जे भिक्खू तणपीढगं वा पलालपीढगं वा छगणपीढगं वा कपीढगं वा परैवत्थेणोच्छण्णं अहिट्ठेइ अहितं वा साइज्जइ ॥ ७४३ ॥ जे भिक्खू णिग्गंथीए संघाडि अण्णउत्थिएण वा गारत्थि एण वा सिव्वावेइ सिव्वावेंतं वा साइज्जइ ॥ ७४४ ॥ जे भिक्खू पुढवीकायस्स वा आउक्कायस्स वा अगणिकायस्स वा वाउकायरस वा वणप्फइकायस्स वा कलमायमवि समा(रं)रभइ समारभंतं वा साइज्जइ ॥ ७४५ ॥ जे भिक्खू सचित्तरुक्खं दुरूहइ दुख्द्दंतं वा साइज्जइ ॥ ७४६ ॥ जे भिक्खू गिहिमत्ते भुंजइ भुंजंतं वा
१ संजईणं । २ जिणकप्पीणं । ३ थेरकप्पीणं । ४ जिणकप्पिणो कस साहेनं च्छंति अओ एगल्ला विहरंति त्ति । ५ 'हित्य' ।